PHD क्या है कैसे करे – फीस, योग्यता, एंट्रेंस एग्जाम: पूरी जानकारी देखे
Whatsapp Group |
Telegram channel |
शिक्षा के क्षेत्र में महानता हासिल करना अपने आप में एक अनोखा काबिलियत है, PhD एक ऐसा माध्यम है जिसके द्वारा शिक्षण शैली में महानता प्राप्त करने का अवसर मिलता है. शिक्षा के महान दर्शनिक को PHD कि डिग्री से नवाजा जाता है.
यह उपाधि ऐसे उम्मीदवार को दी जाती है जिसमें विशेष गुण निहित होता है. इस डिग्री को प्राप्त करने के कई अवसर मिलते हैं, कभी-कभी महान उद्देश्य को पूरा करने के बाद इस डिग्री से उम्मीदवार को नवाजा जाता है और कोर्स के माध्यम से भी किसी विशेष क्षेत्र में PhD की डिग्री प्राप्त किया जा सकता है.
करियर के दृष्टिकोण से PhD सबसे महत्वपूर्ण कोर्स माना जाता है क्योंकि इस उपाधि से सम्मानित उम्मीदवार किसी विशेष विषय में विशेषज्ञता हासिल किए होते हैं इसलिए किसी विशेष बिंदुओं पर विस्तार से चर्चा करना उनकी प्राथमिकता होती है.
Table of Contents
PHD क्या है पूरी जानकारी
पीएचडी एक स्नातकोत्तर (Postgraduate) डॉक्टरेट (Doctoral) की डिग्री है, जो उन छात्रों को प्रदान की जाती है जो अपने विषय में ज्ञान के लिए एक महत्वपूर्ण योगदान देने वाले एक प्रमुख शोध को पूरा करने की पुर्णतः कोशिश करते है.
पीएचडी की डिग्री सभी विषयों में उपलब्ध हैं और आम तौर पर एक व्यक्ति को प्राप्त होने वाली सर्वोच्च शैक्षणिक डिग्री का उच्चतम स्तर है. PhD कोर्स आमतौर पर तीन साल की अवधि का होता है जो उम्मीदवारों को अधिकतम पांच से छह वर्ष के अंतराल में कोर्स पूरा करना होता है.
- BCA क्या है और कैसे करे
- MBA कोर्स से सम्बंधित पूरी जानकारी
हालांकि, Ph.D कोर्स की अवधि एक संस्थान से दूसरे में भिन्न हो सकती है जो पूरी तरह इंस्टीट्यूट के सिलेबस और प्राथमिकता पर निर्भर करता है.
PHD डिग्री मुख्यतः उन लोगों के लिए है जो अपने विशेषज्ञता को और अधिक बढ़ाना चाहते हैं एवं समाज को शिक्षा के क्षेत्र में जागरूक बनाना चाहते हैं.
डॉक्टरेट एक विशेष योग्यता है जो डॉक्टरेट की उपाधि से सम्मानित करता है. यह उपाधि प्राप्त करने के लिए आपको उन्नत कार्य करने की आवश्यकता होती है जो आपके चुने हुए विशेष क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण योगदान देता है. संभवतः ऐसा करने से आपको ‘डॉक्टर’ की उपाधि से सम्मानित किया जाता है
Doctor of Philosophy Course Highlights
PhD Full Form | Doctor of Philosophy |
PhD Duration | 4-6 वर्ष |
PhD Degree Requirements | coursework presentation submission of progress reports defence of thesis |
PhD Admission | Direct Admission Or entrance exams |
PhD Courses | PhD in Physics PhD computer science Phd in Psychology PhD in History PhD in Business Administration PhD in engineering Phd in Economics PhD in Nursing |
Online PhD Program | IGNOU IISc Bangalore Dr. BR Ambedkar Open University Hyderabad Madhya Pradesh Bhoj Open University |
Fully Funded PhD Programs | Students need to clear UGC NET exam to get funded by the government |
PhD in India | IITs, IISc, Jadavpur University, Delhi University, JNU |
Ph.D. किसे करना चाहिए?
- अपने विषय/वस्तु में रिसर्च करने की आदि व्यक्ति
- अपने रिजल्ट एकत्र करने में माहिर व्यक्ति
- थीसिस लिखने और रिसर्च करने वाला
- प्रोफेसर बनाने के इच्छुक व्यक्ति
Ph.D के लिए योग्यता
उम्मीदवारों को पीएचडी करने के योग्य होने के लिए किसी भी स्ट्रीम से ग्रेजुएशन डिग्री के साथ-साथ मास्टर डिग्री की भी आवश्यकता होती है.
पीएचडी के लिए उम्मीदवारों को एक विषय में गहन अध्ययन के साथ-साथ Smart Study करने की आवश्यकता होती है, इसलिए उम्मीदवारों को पीएचडी का पढ़ाई करते समय बेहद कठिन परिश्रम करने के साथ-साथ आवश्यक कौशल और समर्पण की आवश्यकता होती है.
- 12th और ग्रेजुएशन अनिवार्य
- पोस्टग्रेजुएट यानि मास्टर डिग्री 55% के साथ अनिवार्य
- अच्छी लेखन क्षमता
- रिसर्च में इक्छुक व्यक्ति
- अंग्रेजी स्किल
- हार्ड वोर्किंग
आवश्यक स्किल्स:
- Inquisitive
- Good at research
- Hard-working
- Good writing capacity
- Self-motivated
- Keen observer
Ph.D का फुल फॉर्म
पीएचडी एक लैटिन शब्द है जिस का संक्षिप्त रूप पीएचडी होता है एवं अंग्रेजी में फुल फॉर्म (डॉक्टर आफ फिलासफी) “Doctor of Philosophy” होता है जो “ दर्शन शब्द ” अपने मूल ग्रीक अर्थ को दर्शाता है
Ph.D में एडमिशन प्रक्रिया
उम्मीदवार Ph.D कोर्स करने के लिए तभी योग्य होते है यदि उन्होंने अपनी मास्टर डिग्री एक समान कोर्स / क्षेत्र / स्ट्रीम में पूरी की है जिसमें वे पीएचडी करना चाहते हैं
कुछ कॉलेज यह भी निर्देश करते हैं कि उम्मीदवारों को उनके द्वारा पेशकश की गई पीएचडी कोर्स को आगे बढ़ाने के लिए एक एमफिल (MPhil) पूरा करना होगा.
जिन उम्मीदवारों ने UGC NET, GATE, JEST की प्रवेश परीक्षा को क्लियर किए है, उन्हें आमतौर पर पीएचडी कोर्स करने के दौरान फ़ेलोशिप की पेशकश की जाती है. इसके अलावा, इग्नू और दिल्ली विश्वविद्यालय जैसे विश्वविद्यालय भी अपने साथ पीएचडी पाठ्यक्रम करने वाले छात्रों को फेलोशिप प्रदान करते हैं.
महत्वपूर्ण Ph.D की एंट्रेंस एग्जाम
- UGC Net Exam
- CSIR-UGC NET exam
- JNU PhD Entrance
- NIPER PhD Entrance Exam
- AIIMS PhD Entrance Exam
Ph.D कोर्स फ़ीस
पीएचडी कोर्स की फीस इंस्टिट्यूट एवं संस्थान के अनुरूप अलग अलग होता है, सरकारी संस्थान की फ़ीस प्राइवेट इंस्टिट्यूट की तुलना में कम होता है. पीएचडी कोर्स मुख्यतः 3 वर्ष का होता है जो 6 सेमेस्टर में बता हुआ होता है.
कॉलेज, इंस्टीट्यूट इस कोर्स की फीस समेस्टर या वार्षिक अवधी का अनुशार मांग करते हैं. प्राइवेट इंस्टिट्यूट में पीएचडी कोर्स की न्यूनतम फ़ीस 20000 से 30000 के करीब तथा अधिकतम फ़ीस 30000 से 50000 के बीच होता है.
जबकी सरकारी संस्थान में न्यूनतम फ़ीस 15000 से 25000 के बीच तथा अधिकतम फ़ीस 40000 तक होता है.
Institute Type | Minimum Fee | Maximum Fee |
Private College | NIR 7,500 | NIR 7 lakh |
Public College | NIR 3,500 | NIR 3 lakh |
अवश्य पढ़े, B.Ed कैसे करे योग्यता एवं करियर
Ph.D सुब्जेस्ट्स
पीएचडी की डिग्री निम्नलिखित विषय में हासिल किया जा सकता है वर्तमान समय में नीचे दिए गए विषय सर्वाधिक महत्वपूर्ण है, लोकप्रियता की वजह से ही नहीं बल्कि समाज कल्याण के लिए बहुत महत्वपूर्ण है. इसलिए निम्न विषय में पीएचडी की डिग्री प्राप्त करने की अवसर आसानी पा सकते हैं.
- Ph.D. in English
- Ph.D. in Social Sciences
- Ph.D. in Public and Economic Policy
- Ph.D in Humanities & Social Sciences
- Ph.D in Humanities and Life Sciences
- Ph.D in Psychology
- Ph.D in Arts
- Ph.D in International Relations and Politics
- Ph.D in Physiology
- Ph.D in Public Policy
- Ph.D in Literature
- Ph.D in Chemistry
- Ph.D in Clinical Research
- Ph.D in Science
- PhD in Bioscience
- PhD in Bioinformatics
- PhD Biotechnology
- PhD in Mathematical and Computational Sciences
- PhD in Environmental Science and Engineering
- PhD in Applied Chemistry & Polymer Technology
- PhD in Applied Sciences
- PhD Zoology
- PhD in Physics
- PhD in Basic and Applied Sciences
- Phd in Mathematics
- PhD in Zoology
- PhD in Commerce Management
- PhD in Accounting and Financial Management
सामान्य प्रश्न: FAQs
पीएचडी एक स्नातकोत्तर डॉक्टरेट डिग्री है, इस डिग्री को वैसे स्टूडेंट को प्रदान किया जाता है, जो किसी एक सब्जेक्ट में अध्ययन करते है. इस कोर्स को करने के लिए एंट्रेंस एग्जाम क्लियर करना पड़ता है, उसके बाद किसी अच्छे कॉलेज में एडमिशन में सकता है.
पीएचडी में बहुत सारे विषय होते है, क्योंकि इस कोर्स में किसी एक विषय पर अध्ययन किया जाता है. अर्थात, आप किसी भी एक सब्जेक्ट के साथ पीएचडी कर सकते है.
सरकारी कॉलेजों में पीएचडी की फीस लगभग 15-20 या 30 हज़ार रुपए तक होता है. जबकि प्राइवेट कॉलेजों में पीएचडी की फीस 5 – 6 लाख रुपए तक हो सकता है.
1 thought on “PHD क्या है कैसे करे – फीस, योग्यता, एंट्रेंस एग्जाम: पूरी जानकारी देखे”
Thanks you.
Leave a Comment Cancel reply
Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.
पीएचडी (PhD) क्या हैं और कैसे करें?
अपने जीवन में सफ़ल होना हर किसी का सपना होता है। हर कोई यही चाहता है कि उसे एक अच्छी और ईमानदारी वाली जॉब मिले। इसके लिए आपको अच्छे से अच्छे कोर्स करने होते हैं। इन्हीं कोर्स में एक कोर्स है पीएचडी कोर्स। आज हम यहां पर पीएचडी क्या है (PhD Kya Hai) इसके बारे में पूरी तरह से बताने जा रहे हैं।
यदि आप कोई भी कोर्स करते हैं तो आपको उसके बारे में पूरी तरह से जानकारी होनी बहुत ही आवश्यक है। ये कोर्स क्या है? इसे करने से क्या फायदा होगा, इसे किस प्रकार किया जाता है और इसकी फीस क्या है? इन सबके बारे में जानकारी होना जरूर है।
आज हम एक पॉपुलर कोर्स के बारे में इस पोस्ट में आपको बताने जा रहे हैं, जिसका नाम है PhD Course . इस पोस्ट में हम आपको PhD Kya hai और PhD Course Details की पूरी जानकारी आसान से शब्दों में बतायेंगे। आपको यहां पर हम PhD ki Jankari की वो सभी जानकारी बतायेंगे जो आपको जाननी जरूरी है और आप जानना चाहते हैं जैसे –
- पीएचडी क्या है (PhD Information in Hindi)
- पीएचडी फुल फॉर्म नाम
- पीएचडी कैसे करें (PhD Kaise Kare)
- पीएचडी कब कर सकते हैं?
- पीएचडी के लिए योग्यता
- पीएचडी कोर्स डिटेल्स (PhD in Hindi)
- पीएचडी प्रक्रिया (PhD Process)
- पीएचडी एडमिशन (PhD Admission)
- पीएचडी कितने ईयर की होती (PhD Kitne Year ki Hoti Hai)
- पीएचडी की फीस कितनी है (PhD Ki Fees Kitni Hai)
- पीएचडी के विषय
तो आइये जानते हैं पीएचडी के बारे में नॉलेज इन आसान से स्टेप्स में।
पीएचडी (PhD) क्या हैं और कैसे करें सम्पूर्ण जानकारी – PhD Kya hai
पीएचडी कोर्स क्या है.
पीएचडी की फुल फॉर्म होती है डॉक्टर ऑफ़ फिलोसोफी (Doctor Of Philosophy) । आपने देखा होगा कि बहुत से लोग ऐसे हैं जो कि Medical Doctor नहीं होते हैं फिर भी उनके नाम के आगे डॉक्टर लगा होता है। असली में उन्होंने PhD का कोर्स कर रखा होता है। इस कारण उनके नाम के आगे Dr. लगा होता है।
पीएचडी एक डॉक्टरल डिग्री (Doctoral Degree) है, यह एक उच्च स्तर की डिग्री है। पीएचडी करना आसान काम नहीं है। यदि आपको PhD Course Krna Hai तो आप PhD Admission सीधे तरीके से नहीं ले सकते हैं। आपको सबसे पहले स्कूल और कॉलेज की पढ़ाई पूरी करनी होती है। इतना करने के बाद ही आप पीएचडी के लिए अप्लाई कर सकते हैं।
आप किसी University या College में प्रोफेसर बनना चाहते हैं या फिर आगे रिसर्च करना चाहते हैं तो आपको पीएचडी का कोर्स करना जरूरी होता है। पीएचडी की डिग्री में आपको एक विशेष विषय पर अध्ययन करना होता है। फिर जब आपको उस विषय का पूरा ज्ञान हो जाता है और आप उस विषय में एक्सपर्ट हो जाते हैं तो आपको PhD Degree दी जाती है। फिर आप भी अपने नाम के आगे डॉ. लगा सकते हैं।
पीएचडी की डिग्री करने के लिए आपके पास जिस सब्जेक्ट में आपकी रूची है, उस सब्जेक्ट में मास्टर डिग्री होना जरूरी है। यदि आपके उस सब्जेक्ट में अच्छे मार्क्स होंगे तो आपको ज्यादा फायदा होगा। आपको आसानी के लिए बता दें कि आपका जिस सब्जेक्ट में Interest हो, उस सब्जेक्ट में ही आप 12th और Graduation पूरी करें। इससे आपको आगे Ph D करने में बहुत आसानी होगी। यदि आप सफ़लता पूर्वक अपनी पीएचडी की डिग्री कर लेते हैं तो आपको सार्वजनिक क्षेत्र में कई सारे फायदे मिलने शुरू हो जाएंगे।
अब आपके मन में ये सवाल आ रहा होगा कि पीएचडी कितने साल का कोर्स है (PhD Kitne Saal ki Hai) । आपको बता दें कि PhD ka Course तीन साल का होता है। यह कोर्स एक उच्च स्तर का कोर्स है जो करना आसान काम नहीं है। इस कोर्स को Ph.D या फिर PhD भी कह सकते हैं। इस कोर्स को करने के बाद हम अपने नाम के आगे डॉ. की उपाधी जोड़ सकते हैं।
पीएचडी कितने साल का कोर्स है? (PhD Kitne Saal Ka Hota Hai)
पीएचडी करने के लिए आप सभी लोगों का 3 साल लग सकता है अर्थात हमारे कहने का मतलब यह है कि पीएचडी करने के लिए आपका 3 साल का समय लगेगा।
पीएचडी करते समय यह सुविधा भी दी जाती है कि हम अपने इस 3 साल के कोर्स को 6 साल तक भी खत्म कर सकते हैं। इस कोर्स को करने में हमें हर टॉपिक के विषय में डिटेल में रिसर्च करने को मिलता है, जिससे हमारा जड़ बहुत ही मजबूत हो जाता है और बड़ी ही आसानी से किसी भी टॉपिक को सॉल्व करने के लिए सक्षम हो जाते हैं।
- ड्रग इंस्पेक्टर (Drug Inspector) कैसे बनें?
- ग्राम विकास अधिकारी (VDO) कैसे बने?
पीएचडी के लिए योग्यता (PhD ke Liye Qualification in Hindi)
आपके पास पीएचडी के लिए योग्यता होनी चाहिए जो कि निम्न प्रकार से है:
- आपके पास पीएचडी करने के लिए स्नातक की डिग्री होना जरूरी है।
- स्नातक की डिग्री होने के साथ-साथ मास्टर डिग्री भी होना बहुत जरूरी है वो भी 55% या 60% अंक के साथ। ये प्रतिशत अलग-अलग विश्वविद्यालय के लिए अलग-अलग हो सकते हैं।
- पीएचडी प्रवेश के लिए आपको एक प्रवेश परीक्षा पास अच्छे अंको के साथ करना होता है।
पीएचडी के लिए योग्यता के ये सभी स्टेप्स यदि आप क्लियर कर लेते हैं तो आप पीएचडी के योग्य बन जाते हैं।
पीएचडी करने के फायदे (PhD Karne Ke Fayde)
- पीएचडी करने के बाद आपके नाम आगे डॉक्टर का नाम लग जाता है। इससे आपकी Personality और भी बढ़ जाती है।
- पीएचडी कोर्स करने के बाद आप अपने क्षेत्र में एक्सपर्ट हो जायेंगे।
- यदि आपके पास पीएचडी की डिग्री होगी तो आप आसानी से किसी कॉलेज या विश्वविद्यालय में प्रोफेसर पद पर नियुक्त हो सकते हैं और आपके जॉब लगने के संभावना और भी बढ़ जाती हैं।
- पीएचडी करने के बाद आप अपने क्षेत्र में सही या गलत का निर्णय खुद ले सकते हैं।
- यदि आप PhD कर लेते हैं तो आप जानकारी का निर्माता (Creator of information) भी कहलायेंगे।
- पीएचडी करने के बाद आप अपने क्षेत्र के किसी भी पद के लिए आवेदन कर सकते हैं।
- PhD के बाद आप अपने विषय पर रिसर्च और एनालिसिस कर सकते हैं।
पीएचडी कैसे करें (PhD Kaise Ki Jati Hai)
आपको किसी भी तरह की डिग्री करने के लिए आपको 12th पास होना जरूरी है। इसके लिए आप जब 10th पास कर लेते हैं तो उसके बाद से आपको वहीं सब्जेक्ट को चुनना चाहिए, जिस सब्जेक्ट्स में आप पीएचडी करना चाहते है, आपको अपने इन सब्जेक्टस में 11th और 12th में अच्छे से पढ़ाई करनी है और हो सके जितने अच्छे अंकों के साथ पास होना है। आपके जितने मार्क्स ज्यादा होंगे उतनी ही आपको आगे पीएचडी करने में आसानी होगी और मदद मिलेगी।
जब आप अपनी 12th पूरी कर लेते हैं। फिर आपको जिस सब्जेक्ट में रूची हो उस सब्जेक्ट के लिए प्रवेश परीक्षा दें और इस एंट्रेंस एग्जाम को पूरा करें। फिर इसके बाद अपनी स्नातक पूरी करें। आपको जिनता हो सके अच्छे अंकों के साथ पास होना है। जिनते अंक ज्यादा होंगे आपके लिए पीएचडी के लिए रास्ते उतने ही आसान बनते रहेंगे।
जब आपकी स्नातक पूरी हो जाती है तब फिर आपको पोस्ट ग्रेजुएशन के लिए अप्लाई करना है। आपने जिस सब्जेक्ट में स्नातक की है, यदि आप उस सब्जेक्ट में ही अपनी मास्टर डिग्री करते हैं तो आपके लिए आसानी रहेगी। ध्यान रहे कि आपको अपनी स्नातक और मास्टर डिग्री में कम से कम 60% तक अंक लाने है ताकि आगे एंट्रेंस एग्जाम के लिए कोई समस्या न हो।
पोस्ट ग्रेजुएशन पूरी हो जाती है तो आपको अब UGC Net Test देना होता है और आपको इसे क्लियर करना बहुत ही जरूरी होता है। इस एग्जाम के लिए आप कोचिंग भी ले सकते हैं। ये प्रवेश परीक्षा थोड़ी कठिन होती है। UGC Net Exam पहले नहीं होता था। लेकिन अब पीएचडी करने के लिए इसे क्लियर करना अनिवार्य कर दिया गया है।
आप इस एग्जाम को क्लियर कर देते हैं तो आप पीएचडी के योग्य हो जाते हैं। अब आपको जिस कॉलेज या विश्वविद्यालय में पीएचडी करनी है, उस विश्वविद्यालय का एंट्रेंस एग्जाम क्लियर करके आप पीएचडी में दाखिला ले सकते हैं।
पीएचडी की फीस कितनी है?
पीएचडी की जानकारी जानने के बाद आपके मन में ये सवाल तो जरूर आया होगा कि पीएचडी की फीस कितनी है (PhD Ki Fees Kitni Hai) । हर कॉलेज और विश्वविद्यालय की पीएचडी की फीस अलग-अलग होती है ये तो उस कॉलेज पर ही निर्भर करती है। लेकिन औसतन पीएचडी फीस लगभग 30 से 40 हजार एक साल की हो सकती है। पीएचडी करने में 3 साल का समय लगता है। ये कोर्स समेस्टर में होता है, जिसमें प्रैक्टिकल परीक्षा (Practical Exam) और Theory Exam होते हैं।
पीएचडी में कितने सब्जेक्ट होते हैं?
हम यहां पर कुछ Popular PhD Subjects बता रहे हैं। ज्यादातर लोग इन सब्जेक्टस में पीएचडी करना पसंद करते हैं।
- Phd in Physics
- Phd in Engineering
- Phd in Mathematics
- Phd in Finance & Economics
- Phd in Psychology
- PhD In Management
इनके अलावा आप हिंदी, अंग्रेजी, होम साइंस, एग्रीकल्चर, इतिहास, फाइन आर्टस, सर्जरी, जियोग्राफी, जियोलॉजी, एकाउंटिंग, बायोकेमिस्ट्री, फार्मेसी में भी पीएचडी कर सकते हैं।
आसानी से किया जा सकता है इकोनॉमिक्स सब्जेक्ट से पीएचडी
जी हां, दोस्तों आप सभी लोग बिल्कुल सही सुन रहे हैं। यदि आप भी इकोनॉमिक्स सब्जेक्ट से पीएचडी करना चाहते हैं तो बड़ी आसानी से पीएचडी कर सकते हैं। परंतु पीएचडी करने के लिए आपको काफी तेज दिमाग वाला होना चाहिए। क्योंकि पीएचडी करना कोई आसान काम नहीं है, पीएचडी करने के लिए तेज दिमाग और एकाग्र होना पड़ता है।
इकोनॉमिक्स सब्जेक्ट भी अन्य सब्जेक्ट की तरह ही महत्वपूर्ण होता है। क्योंकि यह कौन सी सब्जेक्ट के माध्यम से ही बैंकों के लिए पढ़ाई की जाती है और यदि आपके अकाउंट में सब्जेक्ट से पीएचडी कर लेते हैं तो बैंकों में नौकरी के चांसेस बढ़ जाते हैं।
इकोनॉमिक्स सब्जेक्ट से पीएचडी करने के फायदे
इकोनॉमिक्स सब्जेक्ट से पीएचडी करने के बहुत से फायदे हैं, जिन के विषय में नीचे निम्नलिखित रुप से बताया गया है। आइए जानते हैं:
- इकोनॉमिक्स सब्जेक्ट से पीएचडी करके आप सभी लोगों के नौकरी के चांसेस सरकारी क्षेत्रों के साथ-साथ निजी क्षेत्रों में भी काफी बढ़ जाएंगे।
- इकोनॉमिक्स सब्जेक्ट से पीएचडी करके आप सभी लोग कई फाइनेंसियल कंपनी के लिए अप्लाई कर पाएंगे।
- इकोनॉमिक्स सब्जेक्ट से पीएचडी कर के आप सभी लोग आईएएस अधिकारी भी बन सकते हैं।
- बाद में सब्जेक्ट से पीएचडी करके आप सभी लोगों के चांसेस बैंक से नौकरी संबंधित कार्यों और बैंकों में काफी ज्यादा बढ़ जाता है।
इकोनॉमिक्स सब्जेक्ट से पीएचडी करने के बाद यदि आप एक अर्थशास्त्री के बनते हैं तो आपको ₹30000 से लेकर लाखों रुपए तक वेतन दिया जाता है।
हिस्ट्री सब्जेक्ट से पीएचडी करने के फायदे
यदि आप सभी लोग हिस्ट्री सब्जेक्ट से पीएचडी कर लेते हैं तो आपको बहुत से सरकारी और प्राइवेट जॉब्स में सिलेक्शन का चांस बढ़ जाता है और पीएचडी करने के बाद आप सभी लोग अन्य लोगों के मुकाबले काफी जल्दी से सेल सेलेक्ट भी किए जाते हैं।
दोस्तों पीएचडी करने का सिर्फ यही फायदा नहीं है, बल्कि पीएचडी करने के बहुत से फायदे हैं, जिनके विषय में जानकारी नीचे निम्नलिखित बताई गई है।
- हिस्ट्री सब्जेक्ट से बी ए और एम ए के बाद पीएचडी करने से आप सभी लोगों के प्राइवेट और गवर्नमेंट जॉब दोनों ही क्षेत्रों में सिलेक्शन के चांसेस काफी ज्यादा बढ़ जाते हैं।
- हिस्ट्री सब्जेक्ट से पीएचडी करने के बाद सूचना प्रसारण, मंत्रालय आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया इत्यादि सरकारी जॉब मिल सकते हैं।
- हिस्ट्री सब्जेक्ट से पीएचडी करने के बाद प्राइवेट कंपनी के तरफ से आपको बहुत से जॉब्स के ऑफर मिलेंगे जैसे कि टीचिंग, इंटरनेशनल ऑर्गेनाइजेशन, सोसाइटी, आर्काइव्स, म्यूजियम, पत्रकारिता, लाइब्रेरी, क्यूरेटर इत्यादि।
- हिस्ट्री सब्जेक्ट से बीए या फिर जमा करने के बाद एचडी करके आप सभी लोग जब भी गवर्नमेंट टीचर के लिए अप्लाई करेंगे तो आप के सेलेक्शन के चांसेस लगभग 20% तक बढ़ जाता है और आप अन्य लोगों के मुकाबले 20% इनक्रीसड चांस समझ सकते हैं।
- यदि आप हिस्ट्री सब्जेक्ट से पीएचडी करना चाहते हैं तो बेझिझक करें क्योंकि हिस्ट्री सब्जेक्ट में यदि आप सच्ची निष्ठा के साथ महारत हासिल कर लेते हैं तो किसी भी हिस्ट्री से संबंधित सरकारी या प्राइवेट क्षेत्र में आप सभी लोग काफी जल्दी चयनित हो जाएंगे।
- हिस्ट्री सब्जेक्ट वालों के लिए भी भारत में प्रत्येक वर्ष समय-समय पर कई वैकेंसी निकाली जाती हैं और इसके साथ साथ आप सभी लोग प्राचीन लिपि और प्राचीन सिक्कों में हिस्ट्री सब्जेक्ट में पीएचडी करने के बाद स्पेशलाइजेशन भी करा सकते हैं।
- आप सभी लोग हिस्ट्री सालों से पीएचडी करने के बाद इतिहासकार अर्थात इतिहास का अध्ययन रिसर्च और लेखा-जोखा रखने वाले भी चयनित किए जा सकते हैं।
पीएचडी की तैयारी कैसे करें (PhD ki Taiyari Kaise Kare)
PhD Kya Hai अब आपको ये तो पता लग ही गया होगा। अब आपको Phd की तैयारी करने के लिए कुछ विशेष बातों को ध्यान में रखना होगा। इससे आपको पीएचडी करने में काफी मदद मिलेगी।
- आप सभी पहले के पेपर खरीदें और उन पेपर्स का Analysis करें। जिससे आपको पीएचडी पेपर पैटर्न का पता चल जायेगा और पता लग जायेगा कि पीएचडी में किस प्रकार के प्रश्न पूछे जाते हैं?
- आप उनकी सहायता लें जो पहले पीएचडी कर चुके हैं और हमेशा उनके सम्पर्क में रहे।
- यदि आपका सब्जेक्ट Current Affairs से संबंधित है तो आपको अखबार की मदद लेनी चाहिए और हमेशा Current Affairs पढ़ना चाहिए।
- अपने पीएचडी के विषय के बारे में हमेशा जानने की इच्छा रखें।
पीएचडी के बाद क्या करें (Phd Hindi)
यदि आप पीएचडी का कोर्स कर लेते हैं तो आपके भविष्य में कई सारे जॉब और काम करने के रास्ते खुल जाते हैं। आपको कहीं पर भी जॉब मिल सकती हैं।
- आप शिक्षा के क्षेत्र में अपना भविष्य बना सकते हैं।
- आप मेडीकल रिसर्च में काम कार सकते हैं।
- यदि आप रसायन विज्ञान में पीएचडी करते हैं तो आप रासायनिक अनुसंधान केंद्र में काम कर सकते हैं।
- यदि आप PhD in Nutrition करते हैं तो आपको Scientific Advisor में काम मिल सकता है।
- इनके अलावा भी आप अपने विषय से सम्बंधित क्षेत्र में काम कर सकते हैं।
पीएचडी फुल फॉर्म डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी (Doctor of Philosophy) होता है।
भौतिकी, इंजीनियरिंग, गणित, वित्त और अर्थशास्त्र, मनोविज्ञान, प्रबंधन, हिंदी, अंग्रेजी, होम साइंस, एग्रीकल्चर, इतिहास, फाइन आर्टस, सर्जरी, जियोग्राफी, जियोलॉजी, एकाउंटिंग, बायोकेमिस्ट्री, फार्मेसी आदि सब्जेक्ट्स में आप पीएचडी कर सकते हैं।
पीएचडी को हिंदी में डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी कहते हैं।
पीएचडी 3 साल का कोर्स है।
हर कॉलेज और विश्वविद्यालय की पीएचडी की फीस अलग-अलग होती है ये तो उस कॉलेज पर ही निर्भर करती है। लेकिन औसतन पीएचडी फीस लगभग 30 से 40 हजार एक साल की हो सकती है।
पीएचडी करने के लिए आपके पास स्नातक और मास्टर डिग्री (55% या 60% अंक के साथ) होना जरूरी है और इसके बाद पीएचडी प्रवेश के लिए एक प्रवेश परीक्षा अच्छे अंको के साथ पास करना होता है।
आपके ग्रेजुएशन का परसेंटेज स्नातक और स्नातकोत्तर दोनों में ही 55% से ऊपर होना चाहिए। अन्यथा आपका सिलेक्शन पीएचडी के लिए नहीं हो पाएगा।
एस्ट्रोनॉट बनने के लिए पीएचडी में आप सभी लोगों को एयरोस्पेस इंजीनियरिंग के तहत पीएचडी करनी चाहिए और आपको यही सब्जेक्ट यूज भी करना चाहिए।
जी हां। आप सभी लोग पीएचडी के लिए अप्लाई तो कर सकते हैं। परंतु पीएचडी के लिए स्कूल मिलना बेहद मुश्किल होगा। क्योंकि पीएचडी करने के लिए नेट क्वालिफाइड छात्रों को सबसे पहले चयनित किया जाता है। ऐसे में यदि सीट बची है तो ही आपको सिलेक्ट किया जा सकता है।
बिना नेट क्लियर किए आप सभी लोग पीएचडी में एडमिशन तो हो सकता है। परंतु एडमिशन होने की गारंटी कोई भी नहीं लेगा। क्योंकि जब नेट क्लियर किए छात्रों का पी एच डी में सिर्फ फुल होने के कारण एडमिशन नहीं हो पाता तो बिना नेट क्लियर किए लोगों का पीएचडी में एडमिशन तो बहुत ही मुश्किल है। यदि आप वाकई में पीएचडी करना चाहते हैं तो नेट क्लियर करना पड़ेगा। अन्यथा जब तक आपका एडमिशन ना हो जाए आप तब तक वेट करें।
जी नहीं। यदि आप का फाइनल रिजल्ट नहीं है तो आप पीएचडी के लिए अप्लाई नहीं कर पाएंगे। क्योंकि पीएचडी के लिए अप्लाई करते समय आपका फाइनल रिजल्ट आपसे मांगा जाएगा और यदि आपके पास रिजल्ट ही नहीं होगा तो आप पीएचडी के लिए अप्लाई ही नहीं कर पाएंगे।
जी नहीं। यदि आपका b.a. में 50% से कम मार्क है तो आप पीएचडी नहीं कर सकते। पीएचडी करने के लिए आपका b.a. में 55% से अधिक मार्क होने चाहिए।
हिस्ट्री सब्जेक्ट से पीएचडी करने के लिए आप सभी लोगों को साइकोलॉजि सब्जेक्ट भी मिल जाएगा आप साइकॉलजी सब्जेक्ट से भी पीएचडी कर सकते हैं।
जी हां आप सभी लोग पीएचडी कर सकते हैं, क्योंकि पीएचडी में प्रतिशतता 55% की होती है और आपकी केवल बीकॉम या एमकॉम की ही प्रतिशतता नहीं बल्कि आपके हाईस्कूल और इंटर के बोर्ड एग्जाम में भी 55% से अधिक मार्क होने चाहिए।
जी हां बिल्कुल आप सभी लोग किसी भी लैंग्वेज से पीएचडी कर सकते हैं, परंतु पीएचडी करते समय आपको याद रहे कि गुजराती के साथ-साथ आपको हिंदी लैंग्वेज में भी चयनित सब्जेक्ट में ज्ञान होना चाहिए, यदि आप इंट्रेंस एग्जाम में ही डिसक्वालीफाई हो जाएंगे, तो पीएचडी नहीं कर पाएंगे।
आप सभी लोग यदि अपने बोर्ड एग्जाम अर्थात इंटर हाई स्कूल और इसके बाद के अपर लेवल एग्जाम में 55% अंक से अधिक अंक प्राप्त करते हैं, तो आप इकोनामी सब्जेक्ट या फिर मैनेजमेंट सब्जेक्ट में से किसी एक सब्जेक्ट का चयन करके पीएचडी कर सकते हैं।
हम उम्मीद करते हैं कि आपको हमारे द्वारा दी गई यह ‘पीएचडी क्या हैं पूरी जानकारी – PhD Kya hai’ जानकारी पसंद आएगी। PhD Kya Hai इस जानकारी को आगे शेयर जरूर करें। यदि आपका इससे जुड़ा कोई सवाल या सुझाव हो तो हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं।
- B.Ed Course कैसे करें? क्या है, इसकी योग्यताएं
- GNM और ANM क्या होती है, पूरी जानकारी
- SSC क्या है? SSC की पूरी जानकारी
- SDM क्या होता है और कैसे बने SDM Officer
Related Posts
Comments (46).
Thanku so much sir dil se sukriya itni jaankari provide karne ke liye
Hello .my age is 35 my .M.A is clear 50% mark .hum age kon sa course ya exam ki tayari Kare jise humri govt lag jaye
Very useful information
Sir mere pg mai 64% hai mai PhD kar sakata hu
BA me 55% hai or MA Mai 65 to phd kr skte h Plzz tell me
एमएससी केमिस्ट्री में 75% आए हैं सर अब मै कया करू जी विदेश मे नौकरी करने कि इच्छा है कुछ मदद किजिए.
Sir mene 2015 me b.com + com. Se graduation kiya or pgdca bhi ho gaya fir meri personal reasons ki bajeh se padhai chhot gai ab me fir se karna chahti ho or mujhe phd karna hai to me mastar degree karo ya pgdca se ke baad bhi phd kar sakti ho agar nhi to me ab me MA kar lo ya mujhe m.com karna padega phd ke liye
very useful information
Sir, Mujhe aapki ek advice chaiye mujhe PHD economic se krni chahiye ya psychology se
जिसमें आपकी अधिक रूचि है उसमें पीएचडी करना आपके लिए सही रहेगा।
BA में 52% है…. MA अभी चल रही है… यदि मैं MA अच्छे नंबरों से पास कर लूं तो क्या मैं PhD के पात्र हो जाऊंगा…??
sir kya yah jaroori hain ki apki graduation mein 55% marks ho, kya isse kam ya 50%marks ke saath aage phd nahin kar sakate ho, yes bhale hi post graduation mein 60% marks manya hain lekin gradution yah jaroori thori hain, pls reply me…..
Thank you very much sir for very important information. Sir I want to know the answers of some questions(1) what is the educational qualification for doing PHD in mathematics according to new education policy. sir I have passed bachelor of engineering in electrons and communication in 2005 and MBA in IT and marketing in 2009 and B.Ed in 2012 so can I do PhD in mathematics? (According to NEP 2020-21) please reply me I will be thankful to you Thank you very much sir
Good Afternoon Sir, Mai MA Pre.(Political Science) ki student hu. Mera favourite subject Public Administration hai. Kya m es Subject se in future PhD kr skti hu. Please reply me.
ha kyo nahi bilkul kr skti ho
sir kya hm mca kae bad phd kr kste hai ya nhi
Sir, hum history se UG kiya hai Aur PG sociology se kar rahi hu. Kya main ph. d k liye apply kar sakti hu???
Shampa Gorai जी, आपकी प्रतिक्रिया के लिए धन्यवाद! हमने आपके सवाल को विस्तार से आर्टिकल में सांझा कर दिया है।
Hello sir क्या मैं शिक्षाशास्त्र से ph.D कर सकती हूँ ?
Sir mene b.com me 55% or m.com me 60% laye he mene aapni study 2016 me complete ki he Gujarat se abhi meri sadi uttar pradesh me hui he mene aapni study Gujarati language me ki he yha Hindi language me kya me Account subject pr PhD kr sakti hu.
Purnima Verma जी, आपकी प्रतिक्रिया के लिए धन्यवाद! हमने आपके सवाल को विस्तार से आर्टिकल में सांझा कर दिया है।
Sir mere toh 63% hai UG me aur .PG chal raha hai abhi toh kosis karungi ki 65% se upar ho PG % mujhe PHD karni hai sir manegement subject se Economic se en dono me kisi ek ko
Sangeeta जी, आपकी प्रतिक्रिया के लिए धन्यवाद! हमने आपके सवाल को विस्तार से आर्टिकल में सांझा कर दिया है।
History sub je bare ne bataiye sir uske benifit kya hai kis area me ha sakte hai
आपकी प्रतिक्रिया के लिए धन्यवाद! हमने आपके सवाल को विस्तार से आर्टिकल में सांझा कर दिया है।
स्नातक में भी 55% से ज्यादा चाहिए क्या या ओनली स्नातकोत्तर में
Sir astronaut banna Ka liya PhD ma kon sa subject la
Anjali जी आपकी प्रतिक्रिया के लिए धन्यवाद! हमने आपके सवाल को विस्तार से आर्टिकल में सांझा कर दिया है।
Mnto ugc nat kiliyr nhi kiya h kya m phd k liy applay kr skti hu kya or mr fainl m 48/ hi bni h or m a ka rejlt nhi aaya h to m kr skti hu kya
Seeta jat जी आपकी प्रतिक्रिया के लिए धन्यवाद! हमने आपके सवाल को विस्तार से आर्टिकल में सांझा कर दिया है।
Economic subject se p.hd kar sakte h ,is subject se p.hd karne se kya fayde mil sakte h please lell me
Saloni yadav जी आपकी प्रतिक्रिया के लिए धन्यवाद! हमने आपके सवाल को विस्तार से आर्टिकल में सांझा कर दिया है।
Sir jii net clear kiye bina P.hd me admission nhi ho payega kya
Mamta जी आपकी प्रतिक्रिया के लिए धन्यवाद! हमने आपके सवाल को विस्तार से आर्टिकल में सांझा कर दिया है।
Sir mere BA me 50% se km h or MA me 60% h to me Phd ke liye apply kr skti hu kya…
Pooja जी आपकी प्रतिक्रिया के लिए धन्यवाद! हमने आपके सवाल को विस्तार से आर्टिकल में सांझा कर दिया है।
Sir mene bsc ki but abhi ma hindi se kar rhe hu to me phd kar skti hu kya
Aap phd ke liye apply nahi kar sakte kyoki aapke UG me 50% se kam hai isliye
Very nice and deeply information about We are greatly information as thanks ful
Very nice information sir We are thankful to you
NYC information
Jaankari milke mujhe bahut aacha apne man me mahsus huwa
Good information sir
Leave a Comment जवाब रद्द करें
PhD क्या होता है? PhD Kitne Saal ka Hota Hai – विषय, योग्यता ,फायदे
Phd क्या होता है.
PhD का मतलब होता है “ Doctor of Philosophy ” या फिर “Philosophiae Doctor” (लैटिन में). यह एक higher education degree होती है जो किसी विशेष विषय में leading education और research की प्रक्रिया का हिस्सा होता है। PhD. को अक्सर doctorate के रूप में भी जाना जाता है।
PhD. प्रोग्राम विशेषज्ञता क्षेत्र में गहरा अध्ययन और रिसर्च करने की अनुमति देता है, और विशेष अध्ययन क्षेत्र में नई जानकारी और गहरा ज्ञान विकसित करने का अवसर प्रदान करता है।
इसका मुख्य उद्देश्य नए ज्ञान की रचना, समस्याओं के समाधान करना होता है।
PhD. प्रोग्राम की अवधि विशेष शैली और विषय के आधार पर भिन्न हो सकती है, लेकिन आमतौर पर यह कम से कम 3 साल से लेकर 5 साल तक का समय लेता है। प्रोग्राम का हिस्सा अकादमिक पढ़ाई, रिसर्च प्रोजेक्ट्स, और एक थीसिस या डिसर्टेशन के लिए काम करना होता है।
PhD. डिग्री धारकों को गहरे ज्ञान, अनुशासन, और रिसर्च कौशल के साथ अकादमिक और रिसर्च क्षेत्रों में करियर की संभावना प्रदान करती है, जैसे कि विश्वविद्यालयों, रिसर्च ऑर्गनिज़शन , और विशेषज्ञ नौकरियों में।
PhD Full Form in Hindi
PhD. का पूरा नाम होता है “डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी” या फिर “फिलॉसफी डॉक्टर” (Doctor of Philosophy).
PhD कितने साल का होता है ?
Ph.D. की अवधि विशेष शैली, विशेष शिक्षा संस्थान, और विषय के आधार पर भिन्न हो सकती है, लेकिन आमतौर पर यह कम से कम 3 साल से लेकर 5 साल तक का समय लेता है।
यह अवधि आपके रिसर्च प्रक्रिया, डिसर्टेशन या थीसिस के लिए कितना समय लगता है और आपके रिसर्च में कितनी विशेषता शामिल होती है, इन तथ्यांकों पर निर्भर करती है।
इसके बावजूद, यदि किसी क्षेत्र में और गहरे अध्ययन और रिसर्च की आवश्यकता होती है, तो इसकी समय अधिक भी हो सकता है। कुछ संदर्भों में, एक PhD. पूरा करने में 6 साल या उससे भी अधिक समय लग सकता है।
आपके अध्ययन क्षेत्र, मार्गदर्शन गाइड की सामर्थ्य, और आपके अध्ययन के पूरे होने के लिए आवश्यक आवश्यकताओं के साथ इस प्रक्रिया के समय को निर्धारित किया जाता है।
पीएचडी कौन से सब्जेक्ट में कर सकते हैं?
पीएचडी कई विभिन्न शिक्षा क्षेत्रों और विशेषज्ञता क्षेत्रों में किया जा सकता है।कुछ प्रमुख पीएचडी शिक्षा क्षेत्र हैं:
विज्ञान (Science):
- भौतिक शास्त्र (Physics)
- रसायन शास्त्र (Chemistry)
- जीव विज्ञान (Biology)
- गणित (Mathematics)
- वनस्पति विज्ञान (Botany)
- जैव विज्ञान (Biotechnology)
सामाजिक विज्ञान (Social Sciences):
- अर्थशास्त्र (Economics)
- समाजशास्त्र (Sociology)
- राजनीतिक विज्ञान (Political Science)
- मनोविज्ञान (Psychology)
- इतिहास (History)
- भूगोल (Geography)
मानविकी (Humanities):
- साहित्य (Literature)
- भाषाविज्ञान (Linguistics)
- धर्मशास्त्र (Religious Studies)
- फिल्म और रंगमंच (Film and Theatre)
- दर्शन (Philosophy)
प्रौद्योगिकी (Technology):
- कंप्यूटर विज्ञान (Computer Science)
- इलेक्ट्रॉनिक्स और कम्यूनिकेशन (Electronics and Communication)
- सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग (Software Engineering)
- विलयनीय तकनीक (Civil Engineering)
- इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग (Electrical Engineering)
व्यापार (Business):
- विपणन और विपणन प्रबंधन (Marketing and Retail Management)
- वित्त और लेखा (Finance and Accounting)
- व्यवसाय प्रबंधन (Business Management)
- आर्थिक सांविकासन (Economic Development)
- अंतर्राष्ट्रीय व्यापार (International Business)
स्वास्थ्य और चिकित्सा (Health and Medicine):
- चिकित्सा (Medicine)
- स्वास्थ्य प्रबंधन (Health Management)
- डायग्नोस्टिक विज्ञान (Diagnostic Sciences)
- डेंटिस्ट्री (Dentistry)
- फार्मेसी (Pharmacy)
कृषि (Agriculture):
- कृषि विज्ञान (Agricultural Science)
- पशुपालन और डेयरी विज्ञान (Animal Husbandry and Dairy Science)
- कृषि विपणन (Agricultural Marketing)
- पर्यावरण विज्ञान (Environmental Science)
- प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन (Natural Resource Management)
- जैव विविधता (Biodiversity)
वकील कैसे बने? Criminal Lawyer Kaise Bane । Sarkari Lawyer Kaise Bane
PhD करने के लिए Eligibility क्या है ?
Ph.D. करने के लिए योग्यता निर्भर करती है आपके चुने गए university और देश के शैली और नियमों पर, लेकिन आमतौर पर निम्नलिखित योग्यता की आवश्यकता होती है:
मास्टर्स डिग्री: आपको एक मास्टर्स डिग्री (जैसे M.A., M.Sc., M.Tech., M.Phil., या इसके समकक्ष) का धारक होना आवश्यक होता है।
प्रवेश परीक्षा: कुछ university और संस्थानों में Ph.D. करने के लिए प्रवेश परीक्षा या इंटरव्यू की आवश्यकता होती है।
रिसर्च प्राथमिकता: आपको रिसर्च क्षमता और इंगीत करने की क्षमता होनी चाहिए।
अन्य योग्यता: कुछ विश्वविद्यालयों और क्षेत्रों में अन्य योग्यता की मांग की जा सकती है, जैसे कि गेट (GATE), यूजीसी नेट (UGC NET), या अन्य राष्ट्रीय अथवा अंतरराष्ट्रीय प्रवेश परीक्षाएं।
Bca क्या होता है? योग्यता, सैलरी, करियर, फीस
Bcom के बाद कौन सा कोर्स करें ? 13+ Best Courses after BCom
PHD में क्या होता है?
PHD. (डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी) एक ऐसा postgraduate education degree होता है जिसका higher education में सबसे ऊंचा दरजा होता है। PHD कार्यक्रम में छात्रों को गहन रिसर्च और छात्रवृत्ति की माध्यम से एक विशिष्ट शैक्षणिक विषय और क्षेत्र में विशेषज्ञता प्राप्त करने का अवसर मिलता है।
ये डिग्री अक्सर रिसर्च पर आधारित होती है, और इसमे छात्रों को एक महत्वपूर्ण मूल रिसर्च प्रोजेक्ट पूरी करके उसके परिणामों में योगदान देना होता है।
पीएच.डी. कार्यक्रम के दौरान छात्रों को कुछ प्रमुख गतिविधियाँ और जिम्मेदारियाँ होती हैं:
Research : PHD विद्यार्थियों का मुख्य काम original रिसर्च करना होता है। ये रिसर्च आम तौर पर एक विशिष्ट विषय या समस्या पर केंद्रित होती है, और इसका उद्देश्य नया ज्ञान को विकसित करना होता है।
Coursework : PHD कार्यक्रम के शुरूआती दौर में छात्रों को उपयुक्त कोर्स पूरा करने की भी आवश्यकता होती है। ये कोर्स उनके रिसर्च क्षेत्र या क्षेत्र से संबंधित होते हैं और उनकी academic foundation को मज़बूती देते हैं।
Thesis या Dissertation: PHD छात्रों को अपने शोध का चरम बिंदु एक थीसिस या शोध प्रबंध के रूप में प्रस्तुत करना होता है। ये दस्तावेज़ उनके शोध का सबूत होता है, जिनके अपने निष्कर्ष, कार्यप्रणाली और निष्कर्ष को प्रस्तुत किया जाता है।
Advisor or Supervisor: हर छात्र को एक शोध Advisor या Supervisor दिया जाता है, जो उनके research project को मार्गदर्शन करता है। सलाहकार छात्रों के रिसर्च के प्रति परामर्श और समर्थन प्रदान करते हैं।
ज्ञान में योगदान: PHD के अंतरगत छात्रों को नए ज्ञान का निर्माण करना होता है, जिसका उनका क्षेत्र और समाज को फ़ायदा हो सके। उनका रिसर्च आम तौर पर एक योगदान के रूप में माना जाता है।
Publication : PHD छात्रों के लिए रिसर्च पत्र लिखना और उन्हें अकादमिक पत्रिकाओं में प्रकाशित करना भी महत्वपूर्ण होता है। ये उनके रिसर्च की मान्यता और प्रसार का एक तरीका होता है।
PHD कार्यक्रम चुनौतीपूर्ण होता है और इसमें समय की मांग अधिक होती है। इसमे छात्रों को अकादमिक कठोरता और विश्लेषणात्मक सोच की अधिक सीमा होती है।
लेकिन ये उनके लिए एक महत्वपूर्ण अवसर भी होता है अपने चुने गए क्षेत्र में विशेष ज्ञान प्राप्त करने का। PHD धारक अक्सर academic institutions, research organizations, government agencies, और industries में उच्च स्तरीय पदों पर काम करते हैं।
PhD में क्या करना होता है?
PHD (डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी) प्रोग्राम में आपके कुछ खास कार्य और प्रक्रियाओं को पूरा करना होता है। यहां मैं कुछ मुख्य कार्यवाहियां बता रहा हूं जो आपको PHD प्रोग्राम के दौरन करनी होती हैं:
- Topic Selection
- Advisor Selection
- Research proposal
- Original Research
- Thesis/dissertation writing
- Publishing research papers
- Seminars and Presentations
- Thesis/Dissertation Defense
PhD के फायदे क्या है?
PhD प्राप्त करने के कई फायदे हो सकते हैं, जो आपके करियर और व्यक्तिगत विकास को प्राप्त करने में मदद कर सकते हैं:
- PhD कार्यक्रम आपको अपने चुने गए क्षेत्र में गहरा ज्ञान प्राप्त करने का अवसर प्रदान करता है।
- PhD के दौरान रिसर्च प्रक्रिया को गहराई से समझने का मौका मिलता है, जिसमें डेटा संग्रहण, विश्लेषण, और प्रस्तावना तैयारी शामिल होती है।
- फील्ड के साथ अधिगम करने का मौका होता है, जिससे आपकी नौकरियों के अवसर बढ़ सकते हैं।
- PhD डिग्री आपको उच्च स्तर की नौकरियों के लिए योग्यता प्रदान कर सकती है।
- एक डॉक्टरेट कार्यक्रम आपको अपने रिसर्च के माध्यम से अपनी विशेषज्ञता के क्षेत्र में स्वतंत्रता प्रदान करता है।
- PhD कार्यक्रम आपको समाज के लिए मूल्यवान योगदान करने का अवसर प्रदान करता है, क्योंकि आप नए ज्ञान और समस्या के समाधान में मदद कर सकते हैं।
ध्यान दें कि PhD प्राप्त करना आपके लिए लाभकारी हो सकता है, लेकिन यह भी एक महंगा और समय लेने वाला प्रक्रिया हो सकता है, इसलिए आपको अच्छी तरह से सोचकर और तय करके इस निर्णय को लेना होगा।
सरकारी टीचर कैसे बने? कौन-से Entrance Exam देने होते है?
FAQ: phd kitne saal ki hoti h
Q1. क्या पीएचडी को डॉक्टर कहा जा सकता है?
हां, PhD पूरी करने वाला कोई भी व्यक्ति अपने पहले नाम से पहले डॉ.(Dr.) जोड़ सकता है।
Q2. phd course kitne saal ka hota hai
PhD पूरी करने के लिए समय सीमा 3 साल है लेकिन कुछ परिस्थितियों में कैंडिडेट को 5-6 साल तक का समय भी लग सकता है।
Q3. क्या हम किसी विषय में पीएचडी कर सकते हैं?
हां, कैंडिडेट किसी भी स्ट्रीम में PhD कर सकते हैं, उन्हें एक विशेष विषय का चयन करना होगा और उस पर गहन शोध करना होगा।
Q4. PhD करने के बाद का वेतन क्या है?
वेतन अंततः आपके अनुभव और उस क्षेत्र पर निर्भर करेगा जिसमें आपने PhD पूरी की है। पीएचडी के लिए सामान्य वेतन 5-6 लाख सालाना है।
Q5. phd me kya karna hota hai
Q6. phd kitne saal ki hoti h
3 से 6 साल तक की PhD होती है।
Q7.पीएचडी करने से क्या बनते हैं?
पीएचडी (Ph.D.) करने के बाद आपके पास कई विभिन्न करियर और पेशेवर विकल्प होते हैं, और आप अपने अध्ययन क्षेत्र, विशेषज्ञता, और उद्देश्यों के हिसाब से उनमें से कुछ को चुन सकते हैं।
- विश्वविद्यालय शिक्षक
- अनुसंधान वैज्ञानिक
- औद्योगिक अनुसंधान और विकास
- कल्चरल और सामाजिक सेक्टर
- उद्यमिता (Entrepreneurship)
- सर्वोच्च नौकरियां
Related Posts
MA Ke Baad PHD Kaise Kare : MA के बाद पीएचडी कैसे करे? पीएचडी और MA में क्या अंतर है?
BA Ke Baad MA Kaise Kare : BA के बाद MA कैसे करें? Ma में कौन कौन से सब्जेक्ट होते हैं?
BA के बाद पीएचडी कैसे करें? पीएचडी कौन से सब्जेक्ट में कर सकते हैं?
Leave a comment cancel reply.
Your email address will not be published. Required fields are marked *
Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.
PhD Kaise Kare – PhD से जुड़ी पूरी जानकारी!
PhD का फुल फॉर्म (Ph.D. – “Doctor Of Philosophy”) होता है यह एक डॉक्टरेट की डिग्री है जो शिक्षाविदों (academics) और अनुसंधान (research) पर केंद्रित है। अगर आप किसी विषय के बारे में ज्यादा गहराई से जानने में रूचि रखते है तो आपको उस विषय में पीएचडी करना चाहिए। इससे आप उस विषय में महारत हासिल कर सकते है। पर बहुत से लोगों को PhD क्या होता है, पीएचडी कितने साल का होता है एवं PhD Kaise Kare इस बारे में कम जानकारी होती है।
पीएचडी करने के बाद आपके नाम के आगे Dr. (डॉ.) शब्द जुड़ जाता है जिसका मतलब होता है आप उस विषय में निपुण हो चुके है। यह डिग्री हासिल करने के बाद आपको उस विषय में जिसमें आपने Phd की है उसमें अच्छा खासा ज्ञान प्राप्त हो जाता है। और साथ आपको यह संतुष्टि भी रहती है कि आपने उस विषय में पूरी जानकारी प्राप्त कर ली। अगर आप भी यह कोर्स या डिग्री करना चाहते है लेकिन आपको पता नहीं कि पीएचडी कैसे करें? तो आईये आपको बताते है आपको इसके बारे में विस्तार से।
Table of Contents
Phd kya hai, पीएचडी कितने साल का होता है, phd kaise kare, पीएचडी के लिए योग्यता (eligibility), phd के लिए विषय, phd एंट्रेंस एग्जाम, टॉप भारतीय यूनिवर्सिटीज़.
पीएचडी (PhD) या डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी एक विशिष्ट विषय के बारे में उन्नत शोध से संबंधित है। पीएचडी पाठ्यक्रम 3 फॉर्मेट Full Time, Part Time और Online में उपलब्ध है। इस कोर्स की अवधि 3 साल है जो विषय के आधार पर 5-6 साल तक बढ़ सकती है। अगर आप किसी विषय में पीएचडी डिग्री हासिल कर लेते है तो आप किसी भी कॉलेज या यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर बन सकते है।
PhD का फुल फॉर्म हिंदी में (PhD Full Form in Hindi) –
पीएचडी का फुल फॉर्म “Doctor Of Philosophy” होता है जिसे हिंदी में “डॉक्टर ऑफ फिलोसॉफी” के नाम से जाना जाता है।
PHD का फुल फॉर्म | Doctor of Philosophy |
PhD का Full Form Hindi में | डॉक्टर ऑफ फिलोसॉफी |
कोर्स का स्तर | डॉक्टरेट |
कोर्स की अवधि | 3-6 साल |
फीस | ₹50000 से ₹1 Lac. प्रति वर्ष |
प्रमुख प्रवेश परीक्षाएं | CSIR UGC NET, UGC Net Exam, JGEEBILS, IIT JAM |
पीएचडी धारक की एवरेज सैलरी | ₹4.3- ₹10 LPA |
यह भी पढ़े:- ANM Course Details In Hindi – एएनएम क्या है और कैसे करें।
PhD एक डॉक्टरेट डिग्री है। जिसे कोई भी छात्र सामान्य तौर पर, 3 वर्ष की अवधि में पूरा कर सकता है हालाँकि विषय के आधार पर इसे पूरा करने में अधिकतम 5-6 वर्षों लग सकता है।
- PhD करने के लिए सबसे पहले आपको अपनी 12वीं, ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी करना होगी।
- पीएचडी उच्चतम शैक्षणिक डिग्री है जो बहुत क्वालिफिकेशन डिग्री होती है।
- PhD डिग्री करने के लिए आवश्यकता न्यूनतम 55% अंकों के साथ मास्टर डिग्री या MPhil होना है।
- यह डिग्री पूरी करने में आपको 3 से 6 वर्ष का समय लगता है।
- पीएचडी प्रवेश 2023 एक राष्ट्रीय या विश्वविद्यालय स्तर की प्रवेश परीक्षा (Entrance Exam) के आधार पर होता है।
- PhD प्रवेश (Admission) UGC NET/CSIR UGC NET, GATE, IIT JAM आदि प्रवेश परीक्षाओं में प्राप्त अंकों के आधार पर किया जाता है।
- पीएचडी में आपको चुने गए विषय के बारे में गहराई से अध्ययन करना होता है।
- PhD की डिग्री प्राप्त करके के बाद आप किसी भी प्राइवेट या सरकारी कॉलेज एवं यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर बनकर अच्छा पैकेज प्राप्त कर सकते है।
PhD (डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी) का अध्ययन करने के लिए छात्रों के पास कुछ कुछ आवश्यक योग्यता होनी चाहिए, जो आपको आगे बताई गयी है –
- पीएचडी का कोर्स करने के लिए छात्रों के पास मास्टर्स या PG (पोस्ट ग्रेजुएशन) डिग्री होनी चाहिए।
- छात्र के पास उस पोस्ट ग्रेजुएशन कोर्स में कम से कम 50 – 55% अंक होना चाहिए, जिसमें वह डॉक्टरेक्ट डिग्री हासिल करना चाहता है।
- अनुसंधान के क्षेत्र में कार्य का अनुभव रखने वाले उम्मीदवारों को अत्यधिक प्राथमिकता दी जाती है।
यह भी पढ़े:- SSC Kya hai? SSC की तैयारी कैसे करे – संपूर्ण जानकारी
छात्रों के पास अपनी पसंद के अनुसार PhD (डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी) करने का विकल्प है। हालाँकि आपको वही विषय चुनना चाहिए जिसमें आपकी रूचि हो, इससे आप उस विषय में विशेषज्ञता हासिल कर सकते है।
PhD विभिन्न धाराओं और विषयों में उपलब्ध है, फिर भी हमने आपकी सुविधा के लिए कुछ विषय दिए है जिनमें आप पीएचडी कर सकते है।
- अंग्रेजी में पीएचडी
- मनोविज्ञान में
- सामाजिक कार्य में पीएचडी
- रसायन विज्ञान में पीएचडी
- भौतिकी में पीएचडी
- बायोसाइंस में पीएचडी
- वाणिज्य प्रबंधन में पीएचडी
- पीएचडी व्यवसाय प्रशासन
- कानून में पीएचडी
- मैनेजमेंट में पीएचडी
- फार्मेसी में पीएचडी
- एग्रीकल्चर में पीएचडी
पीएचडी करने के लिए आयोजित की जाने वाली एंट्रेंस एग्जाम की लिस्ट नीचे दी गई है:
- CSIR – UGC NET
- JNU Entrance Examination
- AIIMS PhD Entrance Exam
भारत में पीएचडी करने के लिए टॉप भारतीय यूनिवर्सिटीज़ की लिस्ट नीचे दी गई है:
- दिल्ली विश्वविद्यालय
- JNU, दिल्ली
- बनारस हिन्दू यूनिवर्सिटी
- डॉ बी.आर.आंबेडकर यूनिवर्सिटी ऑफ़ सोशल साइंस
- जैन यूनिवर्सिटी
- गुरु घासीदास विश्वविद्यालय
- अरुणाचल यूनिवर्सिटी ऑफ़ स्टडीज़
- महाऋषि दयानन्द यूनिवर्सिटी
- अन्नामलाई यूनिवर्सिटी
- एडम्स यूनिवर्सिटी
- अलाहबाद स्टेट यूनिवर्सिटी
- बनस्थली विद्यापीठ
यह भी पढ़े:- Income Certificate In Hindi – इनकम सर्टिफिकेट कैसे बनाएं।
PhD किसी विषय में की जाने वाली सबसे उच्चतम डिग्री होती है जिसे करने में काफी समय एवं मेहनत लगती है। अगर आप यह कोर्स कर लेते है तो इससे आपकी नौकरी के कई रास्ते खुल जाते है। वर्तमान में विभिन्न कॉलेजेस एवं विश्वविद्यालय में प्रोफेसर की मांग रहती है आप किसी भी प्राइवेट एवं सरकारी कॉलेज में प्रोफेसर बनकर अपनी सेवाएं दे सकते है। हमने इस लेख के माध्यम से आपको PhD कोर्स से जुड़ी लगभग सभी महत्वपूर्ण बातों को बता दिया है फिर भी अगर आपके कोई सवाल या सुझाव हो तो आप हमे कमेंट करके पूछ सकते है।
Arvind Yadav
मैं 26 वर्षीय अरविंद यादव, दिल्ली विश्वविद्यालय में अर्थशास्त्र में प्रोफेसर हूँ, और मुझे हिंदी लेखन में रूचि होने के कारण मैंने हिंदी जागरण वेबसाइट की शुरुआत अपने विचारों एवं ज्ञान के साथ लोगों को शिक्षा, तकनीक, स्वास्थ्य एवं अन्य सामान्य जानकारी से अवगत कराने के लिए है ईमेल : [email protected]
Leave a Comment Cancel reply
Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.
PHD Full Form in Hindi: पीएचडी कोर्स क्या है और कैसे करें? – पूरी जानकारी
Hi दोस्तों, क्या आपको पता है PHD Full Form क्या होता है ? पीएचडी एक प्रतिष्ठा और उच्च स्तरीय कोर्स है! आज के इस हिंदी लेख में हम PHD Kya hai और PHD Kaise Kare पीएचडी कैसे करे? साथ ही पीएचडी के बारे में बहुत कुछ जानकारी जानने वाले है!
दरअसल कुछ लोगो के नाम के शुरुआत में डॉक्टर surname लगा होता है! जबकि वे कोई मेडिकल डॉक्टर या चिकित्सा के क्षेत्र से जुड़े नहीं होते है!
आपके बता दे PHD की डिग्री प्राप्त करने के बाद व्यक्ति को डॉक्टर (Doctor) की उपाधि प्रदान की जाती है! एक बार व्यक्ति किसी भी विषय में PHD की डिग्री प्राप्त कर ले उसके बाद उसके नाम के आगे डॉक्टर लग जाता है!
यदि आप अपने किसी एक पसंदीदा विषय की पढ़ाई करने की रूचि रखते है और आप इस विषय में लगातार अध्यन करके विशेष ज्ञान अर्जित करना चाहते है तो आप इस विषय में PHD का कोर्स कर सकते है!
तो बिना किसी देरी के आगे बढ़ते है और PHD के बारे में विस्तार से जानते है की जैसे PHD Full Form क्या है? PHD Kya Hai, PHD Kaise Kare और इस कोर्स को करने के लिये क्या योग्यता की आवश्यकता होती है?
[ PHD Kaise Kare – PHD Full Form ]
पीएचडी कोर्स में एडमिशन और इंडिया में पीएचडी कोर्स के Top Collages कौन से है? PHD एक ऐसा कोर्स है जिसके माध्यम से आप अपने किसी विशेष विषय के बारे में गहनता से अध्ययन करते है!
विषय - सूची
पीएचडी का फुल फॉर्म – PHD Full Form in Hindi
PHD Full Form in English: PHD का English में full Form डॉक्टर ऑफ़ फिलोसोफी (Doctor of Philosophy) होता है! जो लैटिन भाषा के Doctor Philosophiae से लिया गया है!
- CA क्या है? CA कोर्स कैसे करें?
PHD Full Form in Hindi: पीएचडी का हिंदी में पूरा नाम दर्शनशास्त्र का डॉक्टर होता है जिसे Doctoral degree के नाम से भी जाना जाता है!
इसके अलावा कई Countries में पीएचडी को रीसर्च डिग्री के नाम से भी जाना जाता है!
पीएचडी कोर्स क्या है? – PHD Kya hai
PHD Kya Hai: पीएचडी एक प्रोफेशनल Postgraduate Doctorate Degree है! यह एक उच्च स्तर की अकादमिक डिग्री और Research Based प्रोग्राम होता है!
इस कोर्स के अंतर्गत एक विशेष विषय जैसे Computer Science, Organic Chemistry, Physics, Mathematics, Pharmacology, Electrical Engineering, Biotechnology आदि में अध्ययन और रिसर्च करने के बाद कैंडिडेट्स को पीएचडी डिग्री से सम्मानित किया जाता है!
असल में, आप कोई भी विशेष विषय में पीएचडी कर सकते है। लेकिन यह जरुर ध्यान रहे की आपने ग्रेजुएशन और मास्टर डिग्री जिस विषय से पूरी की हुवी है! यह बेहतर होगा की आप उस विषय में पीएचडी करें!
इससे आपको को आगे जाकर एक विशेष विषय में अध्ययन करने में आसान होगा। पीएचडी अपने करियर को उज्वल बनाने का एक बेस्ट ऑप्शन है।
पीएचडी के लिए शैक्षिक योग्यता – Eligibility Criteria for doing PHD
पीएचडी कोर्स में प्रवेश करने हेतु निर्धारित की गयी शैक्षिक योग्यता निम्नलिखित है:
- कैंडिडेट्स द्वारा किसी भी भारतीय या विदेशी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से दो साल की Master degree or M.Phil.(Master of Philosophy) प्राप्त की होनी चाहिए!
- मास्टर डिग्री में 50 – 60% मार्क्स प्राप्त किया हो। इसके अलावा यह मार्क्स कुछ यूनिवर्सिटी में अलग – अलग निर्धारत होते है!
- कैंडिडेट्स द्वारा पीएचडी डिग्री में एडमिशन के लिए Entrance exam पास किया होना चाहिए!
पीएचडी कोर्स के लोकप्रिय प्रकार – Types of PHD Course in Hindi
PHD कोर्स निम्न प्रकार के होते है जो भिन्न भिन्न क्षेत्र से संबंधित होते है आपको स्ट्रीम के आधार पर कोर्स को निर्धारित करना होता है!
- MCA क्या है? MCA कोर्स कैसे करें?
पीएचडी कोर्स करने के बाद आप पूर्णतया एक विशेष विषय के Expert कहलाते है।
- इंजीनियरिंग में पीएचडी (PhD in Engineering)
- गणित में पीएचडी (PhD in Mathematics)
- कला में पीएचडी (PhD in Arts)
- वाणिज्य में पीएचडी (PhD in Commerce)
- मानविकी में पीएचडी (PhD in Humanities)
- विज्ञान में पीएचडी (PhD in Science)
- कंप्यूटर विज्ञान में पीएचडी (PhD in Computer Science)
- मनोविज्ञान में पीएचडी (PhD in Psychology)
- जैव प्रौद्योगिकी में पीएचडी (PhD in Biotechnology)
- जैव विज्ञान में पीएचडी (PhD in Bio-Science)
पीएचडी कोर्स का पाठ्यक्रम – PHD Course Syllabus in Hindi
Entrance Exam Clear करने के बाद जब आप पीएचडी कोर्स में Admission लेते है तो आपको यह बात का जरूर ध्यान रखना है की अपनी रूचि के अनुसार ही streams को चुनना है!
इस कोर्स में आपको कई Subjects के Option दिए जाते है जो अलग अलग प्रकार के Stream से संबंधित होते है जैसे Science, Art, Engineering और Humanities इत्यादि!
स्ट्रीम्स के आधार पर PHD Course के Subjects इस प्रकार निम्नलिखित है:
पीएचडी कोर्स इंजीनियरिंग में विषय – PhD Course Subjects in Engineering
कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग (Computer Science Engineering) असैनिक अभियंत्रण (Civil Engineering) मैकेनिकल इंजीनियरिंग (Mechanical Engineering) इलेक्ट्रॉनिक्स और संचार इंजीनियरिंग (Electronics and Communication Engineering) सूचान प्रौद्योगिकी (Information Technology) इलेक्ट्रानिक्स (Electronics) इलेक्ट्रॉनिक्स और संचार पाठ्यक्रम (Electronics & Communication Course) एरोनॉटिकल और ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग (Aeronautical and Automobile Engineering) केमिकल इंजीनियरिंग (Chemical Engineering) मात्रात्मक तकनीकों में कार्यक्रम (Program in Quantitative Techniques) सिरेमिक इंजीनियरिंग (Ceramic Engineering) जनन विज्ञानं अभियांत्रिकी (Genetic Engineering)
विज्ञान में पीएचडी कोर्स विषय – PhD Course Subjects in Science
- clinical research
- Biotechnology
- Mathematics
- Bio-science
- Environmental science
- Bioinformatics
- Applied Chemistry & Polymer Technology
- Basic and Applied Sciences
- Mathematical and Computational Sciences
कला में पीएचडी कोर्स विषय – PhD Course Subjects in Art
- Home science
- Indian History
- Political history
- Development of Human Behavior
- Literature in the Twentieth Century
- International Economics: Theories and Policies
- Political science
पीएचडी वाणिज्य में पाठ्यक्रम विषय – PHD Course Subjects in Commerce
- Accountancy
- Financial marketing
- Banking & finance
- Business economics
- Information management
- Entrepreneurship
- Business management
पीएचडी कैसे करें – PHD Kaise Kare
PHD Kaise Kare: पीएचडी Course एक उच्च स्तरीय शिक्षा है! पीएचडी की डिग्री ग्रहण करने के बाद आप एक समानजनक उपाधि प्राप्त कर सकते है! यह डिग्री करने का विचार आपके करियर के लिए बेस्ट हो सकता है और आप अपने भविष्य को सुनहरा बनाने का अवसर प्राप्त कर सकते है!
पीएचडी कोर्स करने के लिए आपको कौन कौन से Educational requirement को पूर्ण करना होता है आइये जाने लेते है! इस कोर्स में एडमिशन लेने के लिए सबसे पहले आपको अपना 12वी की पढाई पूरी करनी होती है और उसके बाद अपना ग्रेजुएशन Complete करना होता है!
- ग्रेजुएशनपूरा करने के बाद आपको अपने पसंदीदा विषय में मास्टर करना जरुरी है! फिर उसके बाद आप यूनिवर्सिटी द्वारा आयोजित किये जाने वाले entrance exams को पास करके पीएचडी कोर्स में एडमिशन ले सकते है!
- पीएचडी कोर्स करने का मतलब यह होता है की आप किसी एक विषय में विशेषज्ञता हासिल करना चाहते है! इसलिये पीएचडी में आपको आपके विषय में रिसर्च करना होता है!
पीएचडी कोर्स करने के बाद आप अपने विषय के विशेषयज्ञ बन जाते है और रिसर्च डिग्री हासिल कर लेते है!
आपको बता दें पीएचडी प्रवेश परीक्षा अलग अलग स्ट्रीम के लिए अलग अलग होते है! जैसे –
- UGC Net Exam सभी प्रकार के स्ट्रीम के लिए organize किया जाता है!
- इसके अलावा यदि आप साइंस स्ट्रीम से है तो तभी आप CSIR-UGC NET exam के लिये आवेदन कर सकते है!
- ऐसे ही टेक्नोलॉजी और इंजीनियरिंग फील्ड में पीएचडी प्रोग्राम में प्रवेश करने हेतु आपको गेट (Graduate aptitude test) परीक्षा पास करना आवश्यक होता है।
- पीएचडी प्रवेश परीक्षा क्लियर करने के बाद कैंडिडेट्स का पीएचडी प्रोग्राम के लिए Interview लिया जाता है! Interview क्लियर करने के बाद course work थ्योरी और प्रैक्टिकल के माध्यम से पीएचडी कोर्स में अध्ययन किया जाता है।
हिंदी दूरस्थ शिक्षा में पीएचडी – PhD in hindi distance education
PhD in Hindi distance education: रेगुलर यूनिवर्सिटी के अलावा आप डिस्टेंस लर्निंग से पीएचडी कोर्स कर सकते है चलिए जान लेते है हिंदी दूरस्थ शिक्षा में पीएचडी कैसे की जाती है!
दूरस्थ शिक्षा यानि की IGNOU(India Gandhi national open university) जो स्नातक, पूर्वस्नातक, डिप्लोमा और पीएचडी कोर्स उपलब्ध कराता है! जो छात्र distance mode के माध्यम से पीएचडी कोर्स करने के लिए इच्छुक हो उनके लिए इग्नू एक बेस्ट यूनिवर्सिटी है!
इग्नू में डॉक्टरेट कोर्स में एडमिशन प्रक्रिया को 2018 में शुरू किया गया! पीएचडी में इग्नू से एडमिशन के लिए कैंडिडेट्स ऑनलाइन आवेदन कर सकते है! इसके लिए IGNOU ऑफिसियल वेबसाइट में जाकर कैडिडेट्स को ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करना होता है!
इसके बाद कैंडिडेट्स को IGNOU Ph.D. entrance exams के लिए अप्लाई करना होता है और यह एग्जाम क्लियर करना होता है! तब उमीदवार हिंदी दूरस्थ शिक्षा पीएचडी कोर्स में एडमिशन ले सकते है!
शीर्ष पीएचडी प्रवेश परीक्षा – Top PhD Entrance Exams in Hindi
पीएचडी डिग्री में प्रवेश के लिए इंडिया में University wise कई प्रवेश परीक्षाओ को आयोजित किया जाता है! आपको कोई एक Entrance exam को क्लियर करना होता है और आप पीएचडी कोर्स में एडमिशन ले सकते है।
आइये जान लेते है कुछ Top PHD entrance exams के बारे में जो निम्न लिखित है:
1. UGC Net Exam
इसमें UGC का पूरा नाम University Grants Commission और NET का पूरा नाम National Eligibility Test है! यह प्रवेश परीक्षा UGC Net को NTA (नेशनल टेस्ट एजेंसी) द्वारा पीएचडी कोर्स में प्रवेश हेतु आयोजित किया जाता है!
UGC NET परीक्षा एक साल में 2 बार (जून और दिसम्बर) में आयोजित की जाती है! यह एग्जाम लगभग सभी स्ट्रीम के सब्जेक्ट्स के लिए Organize कीया जाता है!
2. CSIR-UGC NET exam
यह एक नेशनल लेवल प्रवेश परीक्षा है! इसमें CSIR का पूरा नाम Council of Scientific and Industrial Research है!
CSIR – UGC net exam पीएचडी कोर्स में केवल साइंस स्ट्रीम सब्जेक्ट्स के लिए आयोजित की जाती है। यह एग्जाम NTA द्वारा संचालित किया जाता है।
3. GATE (Graduate Aptitude Test in Engineering)
Gate एक राष्ट्रीय स्तर का Exam है! यह Computer-based standardized test होता है जिसे क्लियर करने के बाद प्रतिष्ठित संस्थानों में PHD कोर्स, एमटेक और M.E. courses में एडमिशन प्राप्त कर सकते है! GATE परीक्षा को इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ साइंस द्वारा आयोजित किया जाता है।
4. DBT JRF Biotech Entrance Test
यह परीक्षा को Department of Biotechnology (जैव प्रद्यौगिकी विभाग) द्वारा संचालित किया जाता है।!अपनी पोस्ट ग्रेजुएशन को पूर्ण करने के बाद आप DBT JRF Biotech Entrance Test को दे सकते है।
यदि आप जैव प्रौद्योगिकी और जीवन विज्ञान कार्यक्रमों में रूचि रखते है तो आप यह प्रवेश परीक्षा को देकर जैव प्रद्यौगिकी के क्षेत्र में अध्ययन और रिसर्च कर सकते है।
पीएचडी कोर्स समयकाल – PHD Kitne Saal Ka hota Hai
PHD Kitne Saal Ka hota Hai: पीएचडी कोर्स का समय 3 साल का होता है! लेकिन आप चाहो तो 5 से 6 साल में पीएचडी को पूरा कर सकते है! लेकिन पीएचडी के लिए इससे अधिक समय नहीं मिलता है!
इस समयांतराल में पीएचडी डिग्री कोर्स को पूरा करने पर आपको डॉक्टर की उपाधि मिल जाती है!
पीएचडी कोर्स फीस – PHD Course Fees in Hindi
आमतौर पर पीएचडी कोर्स करने में एक साल के फीस 20 से 50 हजार तक होती है! आपको बता दें सभी यूनिवर्सिटी में कोर्स फीस एक समान नहीं होती है!
सरकारी संस्थानों में आपको निजी संस्थानों की तुलना में कम फीस जमा करनी होती है!
- B.Tech क्या है? B.Tech कोर्स कैसे करें?
विशेषज्ञता के अनुसार पीएचडी के बाद वेतन
पीएचडी पूरी करने के बाद वेतन अध्ययन के क्षेत्र, विशेषज्ञता और नौकरी की स्थिति के आधार पर अलग-अलग हो सकता है। यहाँ क्षेत्र द्वारा वेतन के कुछ उदाहरण दिए गए हैं जो की इस प्रकार है;
- विज्ञान और इंजीनियरिंग: इन क्षेत्रों में पीएचडी स्नातक के विशेषज्ञता, स्थिति और अनुभव के स्तर के आधार पर वेतन 1 लाख से 15 लाख प्रति वर्ष तक हो सकता है। इस क्षेत्र में विशेषज्ञता में कंप्यूटर विज्ञान, भौतिकी, गणित और इंजीनियरिंग शामिल हैं।
- हेल्थकेयर: चिकित्सा, दंत चिकित्सा और पशु चिकित्सा जैसे स्वास्थ्य सेवा क्षेत्रों में पीएचडी स्नातक पद और अनुभव के स्तर के आधार पर 1 लाख से लेकर 30 लाख प्रति वर्ष तक का वेतन अर्जित करने की उम्मीद कर सकते हैं।
- व्यवसाय और प्रबंधन: वित्त, विपणन और प्रबंधन जैसे व्यवसाय और प्रबंधन क्षेत्रों में पीएचडी स्नातक पद और अनुभव के स्तर के आधार पर सैलरी प्रति वर्ष 2 लाख से 40 लाख तक हो सकती है।
- मानविकी और सामाजिक विज्ञान: मनोविज्ञान, समाजशास्त्र और इतिहास जैसे मानविकी और सामाजिक विज्ञान क्षेत्रों में पीएचडी स्नातक पद और अनुभव के स्तर के आधार पर 1 लाख से लेकर 35 लाख प्रति वर्ष तक का वेतन अर्जित करने की उम्मीद कर सकते हैं।
पीएचडी के बाद Job Opportunities
सह – प्राध्यापक (Associate professor) वरिष्ठ व्याख्याता (Senior lecturer) इंजीनियर (Engineer) विश्लेषक (Analyst) तकनीशियन (Technician) शोधकर्ता (Researcher) सलाहकार (Advisor) स्पेशलिस्ट (SPECIALIST) अनुसंधान निदेशक (Research Director) सरकारी कर्मचारी (Government Employee) यांत्रिक इंजीनियर (Mechanical engineer) कंप्यूटर प्रोग्रामर (Computer Programmer) बिजनेस मैन (Business man)
PHD करने के फायदे – Advantages of doing PhD
पीएचडी डिग्री हासिल करने के कई फायदे हैं, जिनमें से कुछ इस प्रकार हैं:
- एक क्षेत्र में विशेषज्ञता: एक पीएचडी कार्यक्रम पूरा करने के बाद एक विशिष्ट विषय क्षेत्र की गहन समझ हो जाती है, जिससे व्यक्ति अपने चुने हुए क्षेत्र में विशेषज्ञ बन सकते हैं। जो एक बेहतरीन करियर विकल्प माना जाता है।
- करियर में Progress: पीएचडी की डिग्री होने से करियर के नए अवसर खुल सकते हैं और शिक्षा, उद्योग और सरकार में उच्च वेतन वाली नौकरियां मिल सकती हैं।
- व्यक्तिगत विकास: एक पीएचडी कार्यक्रम व्यक्तियों को गंभीर रूप से सोचने, नए विचारों को विकसित करने और जटिल समस्याओं को हल करने की क्षमता और चुनौती देता है, जिससे व्यक्तिगत और बौद्धिक विकास होता है।
- नेटवर्किंग के अवसर: पीएचडी कार्यक्रम नए सहयोग और साझेदारी बनाने, क्षेत्र में साथी शोधकर्ताओं और पेशेवरों के साथ नेटवर्क के अवसर प्रदान करते हैं।
- प्रतिष्ठा और मान्यता: एक पीएचडी डिग्री एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है और शिक्षा और अन्य उद्योगों में अत्यधिक मूल्यवान है, जिससे मान्यता और प्रतिष्ठा बढ़ती है।
- ज्ञान में योगदान: अपने शोध के माध्यम से, पीएचडी स्नातक अपने क्षेत्र में ज्ञान के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दे सकते हैं, कला की स्थिति को आगे बढ़ा सकते हैं और समाज में सुधार कर सकते हैं।
पीएचडी के बाद नौकरी के क्षेत्र – Job Areas After PHD
कॉलेज और विश्वविद्यालय (Collage & university) रासायनिक अनुसंधान केंद्र और लैब (Chemical research centres & Lab) चिकित्सा अनुसंधान और विकास केंद्र (Medical research & Development centre) उद्योग और कंपनी (Industry & Company) सार्वजनिक क्षेत्रों (Public Sectors) भूवैज्ञानिक केंद्र (Geological Centre) सरकारी क्षेत्र (Government Sectors) विपणन (Marketing) विनिर्माण उद्योग (Manufacturing industries)
भारत में शीर्ष PHD विश्वविद्यालय – Top PHD University in India
- Indian Institute Of Management Ahmedabad ( IIMA), Ahmedabad
- Indian Institute of Technology, Bombay
- National Law School Of India University ( NLSIU), Bangalore
- Loyola College, Chennai
- Indian Institue of Technology, Delhi
- Indian Institue of Technology, Madras
- Indian Institue of Technology, Kanpur
- Indian Institue of Technology, Roorkee
- National Institute of Management, Banglore
- National Law institute university, Bhopal
- Polytechnic क्या है? Polytechnic Diploma कोर्स कैसे करें?
- ANM क्या है? ANM कोर्स कैसे करें?
- Radiation Therapy क्या है? कैंसर के लिये रेडिएशन थेरेपी कैसे होती है?
FAQ – PHD Full form in Hindi
Q1. पीएचडी कोर्स क्या है.
Ans. एक पीएचडी पाठ्यक्रम एक स्नातकोत्तर कार्यक्रम है जो छात्रों को अध्ययन के एक विशिष्ट क्षेत्र में गहनता से अध्ययन और शोध करने और डॉक्टरेट की उपाधि अर्जित करने की अनुमति देता है। कार्यक्रम को पूरा करने में आमतौर पर 3-5 साल लगते हैं।
Q2. पीएचडी कोर्स पूरा करने के बाद क्या स्कोप है?
Ans. पीएचडी कोर्स पूरा करने से शिक्षा, अनुसंधान, उद्योग और सरकार में करियर के हजारो अवसर खुल सकते हैं। पीएचडी स्नातक विभिन्न क्षेत्रों में प्रोफेसरों, शोधकर्ताओं, वैज्ञानिकों और विश्लेषकों के रूप में कार्य कर सकते है।
Q3. पीएचडी डिग्री का क्या महत्व है?
Ans . एक पीएचडी डिग्री एक मान्यता प्राप्त उपलब्धि है जो अध्ययन के क्षेत्र में उच्च स्तर की विशेषज्ञता और विशेष ज्ञान का प्रदर्शन करती है। यह कैरियर के अवसरों को बढ़ा सकता है, अनुसंधान और प्रकाशन के अवसर प्रदान कर सकता है और क्षेत्र में ज्ञान की उन्नति में योगदान कर सकता है।
निष्कर्ष (Conclusion)
I Hope, इस हिंदी लेख को पूरा पढने से आप जान गए होंगे की PHD Full Form क्या होता है, PHD Kya Hai , पीएचडी कोर्स करने के लिए शैक्षिक योग्यता कितनी होनी चाहिए? और PHD kitne saal ka hota hai.
उम्मीद करते है आपको हमारा यह ब्लॉग पसंद आया होगा और सोशल मीडिया में अवश्य शेयर करे। आशा करते है आज का यह टॉपिक पूर्ण रूप से Informational बने।
यदि आपके पास पीएचडी कोर्स से संबंधित कोई भी डॉब्टस, विचार हो तो कमंट सेक्शन में लिखकर हमारे साथ साँझा करने का कष्ट करें।
यह पोस्ट पढ़ने के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद !
1 thought on “PHD Full Form in Hindi: पीएचडी कोर्स क्या है और कैसे करें? – पूरी जानकारी”
- Pingback: NEET Full Form: नीट क्या है? और NEET Exam की तैयारी कैसे करें?
Leave a Comment Cancel reply
Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.
Recent Posts
गणेश चतुर्थी पर निबंध | Essay on Ganesh Chaturthi 2024 in Hindi (100, 150, 200, 250, 300, 1500 शब्द)
CTET परीक्षा क्या है? तैयारी कैसे करें? CTET Exam Syllabus in Hindi 2024
UPSC परीक्षा की तैयारी कैसे करे? UPSC Exam Syllabus in Hindi
NEET क्या है? और NEET Exam की तैयारी कैसे करें?
Mobile Se Paise Kaise Kamaye 2024 |मोबाइल से पैसे कैसे कमायें 2024 [Updated]
Best Remote Jobs in 2024: अब घर बैठे कमाओं लाखों, तीसरी जॉब ग़ज़ब की है..
Paisa Kamane Wala CRED App 2024: पैसा कमाना CRED app हुआ आसान, कैसे register करें?
[Update] 50+ पैसा कमाने वाला ऐप डाउनलोड 2024 Paisa Kamane Wala App
© UseHindi.com | All rights reserved
Privacy Policy | Disclaimer | About Us | Contact Us
PhD ka full form – पीएचडी क्या है PhD kaise kare – योग्यता, प्रवेश कैसे लें
नमस्ते दोस्तों, इस लेख में हम Phd Eligibility, Admission ka Process, Fees, Duration, Jobs, Salary आदि के बारे में विस्तार से जानकारी देने वाले है। लेख के अंत में हम आपको पीएचडी करने के फायदे भी बताएंगे तो इस आर्टिकल को पूरा पढ़ें।
यदि आप किसी विश्वविद्यालय या कॉलेज में पढ़ाने का सपना देखते हैं या डॉक्टर के रूप में अपना नाम रखना चाहते हैं तो यह लेख What is phd degree और full form of phd आपके लिए बहुत उपयोगी होगा।
कई छात्र पीएचडी करने का सपना देखते हैं। लेकिन उन्हें इस बात की सही जानकारी नहीं है कि PhD कैसे करें? दोस्तों आज हम आपकी मुश्किल आसान कर देंगे।
देखें - Important विषय सूची
PHD करने से क्या होता है ? – PhD karne se kya hota hai
पढ़ाई करके आप जो सबसे बड़ी योग्यता प्राप्त कर सकते हैं वह पीएचडी है। 12वीं के बाद आप पहले ग्रेजुएशन और फिर पोस्ट ग्रेजुएशन की जा सकती है और कुछ लोग तो डबल पोस्ट ग्रेजुएशन भी करते हैं लेकिन पीएचडी की डिग्री इन सबके ऊपर होती है।
पीएचडी एक बहुत प्रसिद्ध डिग्री है जिसके द्वारा आप आप डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी की उपाधि धारण कर सकते हैं। इस डिग्री में आमतौर पर कई साल लगते हैं जिसमें रिसर्च भी करनी पड़ती है।
PHD क्यों लोग करते हैं? – PHD kyo karte hai
पीएचडी डिग्री प्राप्त करना दर्शाता है कि आप सब्जेक्ट के एडवांस ज्ञान के विशेषज्ञ हैं। पीएचडी डिग्री होने का सबसे बड़ा लाभ यह है कि यह कैरियर में प्रोग्रेस के लिए कई अवसर खोलता है और आम तौर पर उच्च वेतन अर्जित करने में मदद करता है।
पीएचडी करने की डिटेल में जानकारी – phd करने का detail inforation
कोर्स | पीएचडी (PhD) |
PhD Full Form | Doctor of Philosophy |
न्यूनतम योग्यता | पोस्ट ग्रेजुएशन में न्यूनतम 55% अंक प्राप्त करना |
फीस | ₹25000 – ₹30000 ( ) |
आयु सीमा | कोई नहीं |
अवधि | 3 से 6 साल |
फायदा | एक विषय में एक्सपर्ट की मान्यता प्राप्त करना |
पीएचडी क्या है – Phd kya hota hai
इसमें आपको किसी विषय या टॉपिक का बहुत विस्तार से अध्ययन करना होता है और जानकारी जुटानी होती है। आखिरकार आप एक पूरी तरह से नया निबंध तैयार करेंगे। इस तरह आप न केवल अपना ज्ञान बढ़ाएंगे बल्कि आपके काम से दुनिया और समाज को भी फायदा होगा।
PhD Full form in Hindi
पीएचडी का फुल फॉर्म डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी है जिसे अंग्रेजी में Doctor of Philosophy कहते हैं। जब फिलॉसफी शब्द जुड़ा होता है तो इसका अर्थ यह नहीं है कि आपको दर्शनशास्त्र का अध्ययन करना है। आप हर क्षेत्र में शामिल विषय में आप पीएचडी कर सकते हैं । आप चाहें तो दर्शनशास्त्र में पीएचडी भी कर सकते हैं।
पीएचडी का फुल फॉर्म हिंदी में
डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी पीएचडी का फुल फॉर्म हिंदी में होता है ।
पीएचडी के लिए योग्यता (पीएचडी कौन कर सकता है)
- सबसे पहले पोस्ट ग्रेजुएशन पूरा करना होगा।
- पोस्ट ग्रेजुएशन में आपको कम से कम 55% अंक प्राप्त करने होंगे।
- आरक्षित श्रेणी के उम्मीदवारों को 5% की छूट मिलेगी।
- प्रत्येक विश्वविद्यालय के लिए न्यूनतम प्रतिशत में मामूली अंतर हो सकता है।
- पीएचडी के लिए कोई आयु सीमा नहीं है।
- आप सिर्फ अपने मास्टर्स सब्जेक्ट में ही पीएचडी कर सकते हैं। इसके अलावा भी कुछ गुणों का होना जरूरी है।
- आपकी पढ़ाई में रुचि होनी चाहिए। पीएचडी कोई साधारण परीक्षा नहीं है जिसमें आप किसी गाइड से उत्तर याद करके पास हो सकते हैं। इसके लिए बहुत अधिक पढ़ने की आवश्यकता है।
- अगर आपको किताबें पसंद नहीं हैं तो यह फील्ड आपके लिए नहीं है।
- साथ ही धैर्य की आवश्यकता है। एक पीएचडी में आपको कम से कम तीन साल लगेंगे इसलिए आप इसको समय दे सकते हैं और आगे कदम बढ़ा सकते हैं।
पीएचडी में एडमिशन कैसे लें?
पीएचडी में प्रवेश पाने के लिए एक प्रवेश परीक्षा देनी होती है। इसमें सबसे पहला नाम UGC NET का आता है। विज्ञान के छात्र CSIR UGC NET की परीक्षा देते हैं। गेट नामक एक और परीक्षा है, अगर आप इंजीनियरिंग से जुड़े किसी विषय से पीएचडी करना चाहते हैं तो आपको यह परीक्षा देनी होगी।
- कुछ विश्वविद्यालय और संस्थान अपनी स्वयं की प्रवेश परीक्षा भी आयोजित करते हैं।
- एंट्रेंस टेस्ट पास करने के बाद इंटरव्यू होता है। इससे चयनित उम्मीदवारों को पीएचडी में प्रवेश मिलेगा।
- कुछ विश्वविद्यालय NET या GATE परीक्षा पास करने पर सीधे प्रवेश भी देते हैं।
- ये सभी परीक्षाएं बहुत कठिन होती हैं लेकिन अगर आप पर्याप्त तैयारी करते हैं तो सब कुछ आसान हो जाता है।
- चयनित होने के बाद आप किसी गाइड या सुपरवाइजर की देखरेख में पीएचडी करेंगे।
- वे आपको गाइडलाइन मुहैया कराएंगे, कोर्स के बारे में पूरी जानकारी देंगे। आपको उसी के अनुसार अध्ययन करना होगा।
- इस दौरान आपको सेमिनार में शामिल होना है। आपको अपने शोध पत्र प्रकाशित करने होंगे और विभिन्न शैक्षणिक गतिविधियों में भाग लेना होगा।
पीएचडी में प्रवेश के लिए कॉलेजों – PHD Admission in India
भारत में PHD Colleges की कोई कमी नहीं है। आपको हर राज्य में एक से बढ़कर एक पीएचडी कोलेज मिल जाएगी। हमने यहाँ Best Phd Colleges in India की लिस्ट दिया है।
iit bombay phd admission |
iit delhi phd admission |
iit guwahati phd admission |
iit madras phd admission |
iit gandhinagar phd admission |
iit kanpur phd admission |
iit roorkee phd admission |
iit bhu phd admission |
delhi university phd admission (du phd admission ) |
iit kharagpur phd admission |
iit hyderabad phd admission |
iit ropar phd admission |
ignou phd admission (phd from ignou) |
PhD ki Fees – पीएचडी की फीस कितनी होती है
अक्सर लोग इसे बहुत कठिन और उच्च स्तर की पढ़ाई समझते हैं तो इसकी फीस भी बहुत ज्यादा होती है। दोस्तों ऐसा बिल्कुल भी नहीं है। सरकारी कॉलेज में पीएचडी करने पर प्रति वर्ष केवल 20-25 हजार रुपये का खर्च आएगा और पीएचडी के दौरान आपको कम से कम 30 हजार रुपये प्रति माह स्टाइपेंड के रूप में प्राप्त होंगे।
इस तरह आप अपनी पढ़ाई और दैनिक खर्चों को आसानी से प्रबंधित कर सकते हैं। निजी कॉलेजों में फीस अधिक है। इसका सालाना खर्च करीब 1.5-2 लाख आता है।
दोस्तों पीएचडी क्या है कैसे करे (PhD kaise kare) इस लेख में हम आपको पीएचडी करने के फायदे और पीएचडी के बाद करियर के बारे में बताएंगे। इसलिए आप आर्टिकल को पढ़ते रहें।
पीएचडी कितने साल का होता है?
आमतौर पर पीएचडी की अवधि 3 साल की होती है लेकिन आपके पास 6 साल के भीतर पूरा करने की छूट है। ऐसा इसलिए है क्योंकि आपको अपने विषय पर विस्तार से शोध करना पड़ता है। इसके लिए आपको जनता के बीच जाना पड़ सकता है।
बहुत सारा डाटा इकट्ठा करने की जरूरत है पड़ती है फिर थीसिस लिखनी होती है। एक पीएचडी थीसिस कम से कम 75 हजार से 80 हजार शब्दों की होती है। इसलिए हम कह सकते हैं कि इन सब में काफी समय लगता है।
पीएचडी के बाद करियर ऑप्शन
दोस्तों पीएचडी करने में लंबा समय बिताने के बाद भी जितनी कठिन PhD होगी फल उतना ही मीठा होगा। एक बार जब आप इसे कर लेते हैं तो आपका भविष्य उज्ज्वल होता है। यानी पीएचडी करने के बाद आपको कई फायदे होते हैं।
- पीएचडी के बाद आप चाहें तो टीचिंग के क्षेत्र में अच्छा करियर बना सकते हैं।
- पीएचडी करके आप विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में सहायक प्रोफेसर जैसे सीनियर पदों पर काम करेंगे तो प्रोफेसर बनने के लिए आगे बढ़ सकते हैं।
- आपका वेतन और भत्ते भी एक शिक्षक की तुलना में बहुत अधिक हैं। सामाजिक स्थिति भी बहुत ऊँची है।
- किसी भी कॉलेज की एडमिशन बुक या मैगजीन को ध्यान से देखें तो उसमें टीचिंग स्टाफ की क्वालिफिकेशन भी दी होती है। इसमें अक्सर उनके नाम के आगे डॉक्टर लगाया जाता है।
- इसके अलावा भी कई ऐसे क्षेत्र हैं जहां पीएचडी करके अच्छा करियर बनाया जा सकता है।
पीएचडी के बाद जॉब और सैलरी (Jobs after Phd in Hindi)
- पीएचडी के बाद नौकरी और सैलरी इस बात पर निर्भर करती है कि आपने पीएचडी किस विषय में की है।
- साइंस सब्जेक्ट वालों को रिसर्च एंड डेवलपमेंट के फिल्ड में नौकरी मिल सकती है।
- कानून विषय में पीएचडी कर आप किसी लीगल फर्म से जुड़ सकते हैं।
- आप सरकारी क्षेत्र में कानूनी सलाहकार भी बन सकते हैं।
- साहित्य से जुड़े उम्मीदवार मीडिया, साहित्य अकादमी, भाषा शोध से जुड़े संस्थानों से जुड़ सकते हैं।
- पीएचडी करके आप 5-10 लाख सालाना के औसत वेतन से शुरुआत कर सकते हैं।
- योग्य और अनुभवी व्यक्तियों के लिए प्रोग्रेस की कोई सीमा नहीं है।
PhD करने के फायदे (Benefits of PHD in Hindi)
- PhD करने के बाद आप अपने विषय में निपुण हो जाएंगे। आपको उस विषय का एक्सपर्ट कहा जाएगा।
- अगर आपने NET या GATE क्लियर कर लिया है तो आपको PhD करते समय अच्छा स्टाइपेंड मिलेगा।
- आपका शोध पत्र अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रकाशित हो सकता है।
- इससे आपको दुनिया भर में पहचान मिलती है।
- देश-विदेश में नौकरी के अवसर मिल सकते हैं।
- आप अपने नाम के आगे डॉक्टर लिख पाएंगे।
- मास्टर्स की पढ़ाई पूरी करने के तुरंत बाद आपको पीएचडी करने की जरूरत नहीं है। आप कुछ समय के लिए गैप ले सकते हैं।
- यह वह फायदा है जिसे आप पहली बार में नियोजित कर सकते हैं। यह कुछ अनुभव देता है। बाद में नौकरी से ब्रेक लेकर आप पीएचडी कर सकते हैं।
- इस तरह आपके पास अपनी नौकरी में प्रगति करने और अपना वेतन बढ़ाने का एक बहुत अच्छा तरीका है।
- महिलाओं को पीएचडी के दौरान मातृत्व अवकाश लेने की अनुमति है।
पीएचडी क्या है और इसे कैसे करें? (PhD kaise kare)
दोस्तों अगर आप नीचे दी गई जानकारी को पूरा पढ़ेंगे तो आप समझ जाएंगे कि PhD क्या है कैसे करे।
- पीएचडी डॉक्टरेट की डिग्री के लिए कोर्स है। यह सबसे बड़ी योग्यता है।
- UGC NET, RET, GATE, BITS जैसी प्रवेश परीक्षा पीएचडी के लिए देनी पड़ती है।
- इसके लिए आपका पोस्ट ग्रेजुएट होना जरूरी है और न्यूनतम अंक 55% होने चाहिए।
- इसमें 3 से 6 साल लगते हैं।
- पीएचडी में आपको अपने सब्जेक्ट को बहुत गहराई से पढ़ना होता है।
- पीएचडी करके यूनिवर्सिटी और कॉलेजों में असिस्टेंट प्रोफेसर बन सकते हैं।
- कई सरकारी और निजी संस्थान पीएचडी उम्मीदवारों को अच्छा पैकेज ऑफर करते हैं।
दोस्तों इस लेख में आपने Phd kya hai kaise kare (PhD kaise kare) इसके बारे में पढ़ा। हमने आपको इस विषय से संबंधित हर पहलू जैसे Phd Admission Process, Eligibility, Fees, Duration, Jobs, Salary आदि के बारे में विस्तार से बताया है।
आपको यह लेख कैसा लगा हमें कमेंट करके जरूर बताएं और यदि आपके कोई प्रश्न या सुझाव हैं तो हमसे कहें। कृपया इस लेख को अधिक से अधिक शेयर करें ताकि यह जानकारी उन तक पहुंचे जिन्हें phd kaise kiya jata hai और phd kya hota hai की जानकारी नहीं है।
अवश्य देखें और जाने :-
- बारहवीं के बाद कंप्यूटर कोर्स ये बेस्ट कोर्स
- आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्या है, भविष्य Artificial Intelligence (AI) kya hai
- Psychology kya Hai – साइकोलॉजी क्या होता है
- Engineer kaise Bane | इंजीनियर कैसे बने
- पत्रकार कैसे बनें? Journalist Kaise Bane
- मैट्रिक का मतलब अर्थ
- Post Matric Scholarship – पोस्ट मेट्रिक स्कॉलरशिप क्या है ? आवेदन
- प्री मैट्रिक स्कॉलरशिप Scheme योग्यता, Documents
नमस्कार ! हिंदी ई-गाइड ब्लॉग पर आप शिक्षा, इंटरनेट, टेक्नोलॉजी, क्या और कैसे से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारीयाँ जानने और सीख के लिए है, उम्मीद करता हूँ आप कम शब्दों में सरलता से समझ पाएंगे । …
Leave a Comment Cancel reply
Latest और trending.
जानिये latest और trending
Recent Posts
BSTC कोर्स क्या है? full ka form – कैसे करें? kitne saal ki hai, फायदे, योग्यता
CV कैसे बनाये? – CV में क्या लिखा जाता है? CV Ka Full Form
Teacher Kaise Bane? शिक्षक कैसे बने – पूरी जानकारी, हिंदी में
RAM क्या है? कैसे काम करता है ? क्यों कंप्यूटर में यूज़ होता है?
PDF Edit Kaise Kare – पीडीएफ को एडिट कैसे करे?
ONDC क्या है? ONDC के जुड़ी पूरी जानकारी
PDF Ka Full Form क्या है – PDF का लाभ, इतिहास – पूरी जानकारी
Photo का साइज कम करें – Online बनाये 10 – 50 KB Photo ka Size
Bihar Career Portal Login kya hai – बिहार करियर पोर्टल लोगिन कैसे करे?
Telegram का आविष्कार किसने किया – ऐप का use
PhD Kya Hota Hai? पीएचडी कैसे करें? Ph.D Full Form Meaning in Hindi
आपने कई लोगों को आपने नाम के पहले Dr (डॉक्टर) लिखते हुए देखा होगा, और असल में वे डॉक्टर होते भी नहीं है। सामान्यतः डॉक्टर का मतलब हम चिकित्सक समझते हैं, जो मेडिकल डॉक्टर होता है। और जो लोग बिना डॉक्टरी किए Dr का प्रयोग करते हैं तो वो doctorate degree होता है, जो PhD करने के बाद आपको मिलती है। आइए जानते हैं कि PhD Kya Hota Hai? PhD Kaise Kare?
Table of Contents
PhD Full Form in Hindi
PhD का full form होता है Doctor of Philosophy जिसे संक्षेप में D.Phil भी कहा जाता है।
Ph.D Kya Hota Hai?
PhD एक उच्च स्तर की डिग्री कोर्स है जिसमें आपको किसी एक विषय में संपूर्ण ज्ञान दिया जाता है यानी आप उस विषय में गहन अध्ययन करते हैं। इस doctorate degree कोर्स को करने के बाद आप किसी एक विषय में expert बन सकते हैं। इसको पूरा करने में 3-5 साल का समय लगता है।
Ph.D करने के लिए आपने जिस भी विषय में Master Degree प्राप्त किया है उसी विषय में आप PhD करें ताकि आपको आगे किसी भी तरह की परेशानी नहीं होगी। इसकी परीक्षा को UGC NET द्वारा आयोजित किया जाता है।
Educational Qualification for PhD Course
पीएचडी करने के लिए स्नातक या मास्टर की डिग्री होना जरूरी है जिसमें कम से कम 60% मार्क्स होना अनिवार्य है। सभी कॉलेजों में अलग – अलग मार्क्स माँगे जाते हैं। तथा College और University के द्वारा आयोजित की जानेवाले प्रवेश-परीक्षा को पास करना होगा।
PhD में Admission कैसे लें?
PhD कोर्स में एडमिशन प्राप्त करने के लिए College तथा University के द्वारा प्रवेश परीक्षा आयोजित किया जाता है। अगर आपको PhD में नामांकन करवाना है तो आपको इस प्रवेश परीक्षा में भाग लेना होगा। इस परीक्षा में भाग लेने के लिए आपको Online Apply करना है। परीक्षा में भाग लेने के बाद आपके नंबर के अनुसार आपको College दिया जाएगा। यदि आपको सरकारी College में नामांकन करवाना है तो आपको प्रवेश परीक्षा में आच्छे नंबर से पास होना पड़ेगा।
Ph.D Course List
Streams | PhD course |
---|---|
Science | |
Arts | |
Medical | |
Engineering | |
Management | ) |
Pharmacy | |
Commerce | |
Agriculture | |
Law | |
Mass communications | |
Architecture | |
Education | |
Veterinary sciences | |
Paramedical | |
Dental | ) |
Design | |
Computer applications | PhD ( ) |
Hotel management | PhD (Hospitality) |
PhD ki Fees Kitni Hai?
अगर आप किसी सरकारी कॉलेज से इस कोर्स को करते है तो लगभग 50 – 70 हजार रुपये के बीच में लग सकती हैं लेकिन यदि हम प्राइवेट कॉलेज की बात करे तो सभी कॉलेज की फीस अलग-अलग कोर्स कर अनुसार लिया जाता है लेकिन एक अनुमानित औसत के अनुसार Private College की फीस लगभग 2-3 लाख रुपये है।
Career Options after PhD
PhD करने के बाद आपके सामने करियर बनाने के बहुत सारे विकल्प मिल जाते है जिसमें आप अपना भविष्य बना सकते हैं। इस कोर्स को करने के बाद सबसे ज्यादा माँग प्रोफेसर की जॉब में होती है। इसके साथ रिसर्च सेंटर में भी नौकरी कर सकते हैं। इसके साथ ही इस कोर्स को करने के बाद आप सरकारी पद पर सलाहकार विभाग में भी कम कर सकते हैं।
PhD Karne ke Phayde
- PhD करने के बाद आप किसी एक विषय में expert बन सकते हैं।
- Ph.D एक उच्च स्तर की डिग्री कोर्स है जिसे पूरा करने के बाद आपको आसानी से नौकरी मिल जाती है।
- इस कोर्स को करने के बाद आपके नाम के आगे Dr. लग जाता है जिससे आपको समाज में काफी सम्मान मिलता है।
- पीएचडी की डिग्री आपको किसी ख़ास विषय में गहन अध्ययन करने के बाद मिलती है, तो इस प्रकार आप उस विषय में माहिर बन जाते हैं।
इसे भी पढ़ें: JNU me Admission Kaise Milta Hai?
Leave a Comment Cancel reply
Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.
AYUSH ARENA
GK Quiz Competition
[2024] phd kya hai kaise kare | पीएचडी फीस, योग्यता, सैलरी | पीएचडी के फायदे.
दोस्तों इस आर्टिकल में आप पढ़ेंगे – PhD kya hai kaise kare .
इसमें हमने PhD से जुड़ी पूरी जानकारी दी है। जैसे PhD की eligibility , admission process, fees , duration , career after Phd और job & salary after PhD.
हम आपको आर्टिकल के अंत में PhD karne ke fayde भी बताएंगे। इसलिए इस आर्टिकल को पूरा पढ़िए।
अगर आप किसी यूनिवर्सिटी या कॉलेज में पढ़ाने का सपना देखते हैं, नौकरी करते हुए प्रमोशन का स्कोप ढूंढ रहे हैं या अपने नाम के आगे डॉक्टर लगाना चाहते हैं तो “PhD kya hai kaise kare” ये आर्टिकल आपके बहुत काम आएगा।
बहुत से स्टूडेंट्स पीएचडी करने का सपना देखते हैं। लेकिन उनको इस बात की सही जानकारी नहीं होती कि पीएचडी कैसे करें ? दोस्तों हम आज आपकी मुश्किल आसान कर देंगे।
Table of Contents
PhD kya hai – पीएचडी क्या होता है ?
PhD वह सबसे बड़ी योग्यता है जो आप पढ़ाई करके हासिल कर सकते हैं। आप 12th के बाद सबसे पहले ग्रेजुएशन करते हैं फिर पोस्ट ग्रेजुएशन करते हैं। कुछ लोग डबल पोस्ट ग्रेजुएशन भी करते हैं। लेकिन पीएचडी इन सबसे ऊपर है।
पीएचडी क्या है पूरी जानकारी -विडियो
इसमें आपको किसी एक सब्जेक्ट या टॉपिक पर बहुत डीटेल में स्टडी करनी होती है, जानकारियां इकट्ठी करनी पड़ती हैं। आखिर में आप एक ऐसी थीसिस (निबंध) तैयार करते हैं जो बिलकुल नई हो। इस तरह आप अपनी नॉलेज तो बढ़ाते ही हैं, आपके काम से दुनिया और समाज का भी भला होता है।
PhD का Full form
PhD का फुल फार्म होता है Doctor of Philosophy . यानि डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी।
फिलॉसफी शब्द जुड़ा होने पर आप यह मत सोचिएगा कि इसमें फिलॉसफी पढ़नी है।
आप हर उस सब्जेक्ट में PhD कर सकते हैं जो अकादमिक पाठ्यक्रम में शामिल है। फिलॉसफी भी इनमें से एक सब्जेक्ट हो सकता है।
पीएचडी कौन कर सकता है – पीएचडी के लिए योग्यता
पीएचडी कैसे करें –
- सबसे पहले पोस्ट ग्रेजुएशन पूरा करें।
- पोस्ट ग्रेजुएशन में 55% नंबर होने चाहिए।
- आरक्षित वर्ग के उम्मीदवारों को 5% की छूट मिलती है।
- हर यूनिवर्सिटी के लिए मिनिमम परसेंट में थोड़ा-बहुत अंतर हो सकता है।
- पीएचडी की कोई एज लिमिट नहीं है।
- आप अपने मास्टर के सब्जेक्ट में ही पीएचडी कर सकते हैं।
इनके अलावा भी कुछ क्वालिटीज होना जरूरी है।
आपकी पढ़ाई में रुचि होनी चाहिए। पीएचडी कोई साधारण एग्जाम नहीं है जिसमें आप किसी कुंजी (guide) से उत्तर रटकर पासिंग मार्क्स ले आएंगे। इसके लिए बहुत ज्यादा पढ़ना होता है।
अगर आपका मन किताबों में नहीं लगता तो यह फील्ड आपके लिए नहीं है।
इसके साथ-साथ धैर्य होना जरूरी है। पीएचडी में आपको कम से कम तीन साल लगते हैं। इसीलिए ये सोचकर ही कदम बढ़ाएं कि आप इतना समय दे सकते हैं।
पीएचडी करने के लिए एडमिशन कैसे लें ?
PhD में एडमिशन लेने के लिए आपको एन्ट्रेंस एग्जाम देना होता है।
इसमें सबसे पहले नाम आता है UGC NET का। साइंस के स्टूडेंट CSIR UGC NET exam देते हैं।
एक और एग्जाम होता है जिसे GATE कहते हैं। अगर आप इंजीनियरिंग से जुड़े सब्जेक्ट से पीएचडी करना चाहते हैं तो यह एग्जाम देना होता है।
- इसे भी पढ़े – UGC NET Exam क्या है ?
- इसे भी पढ़े – GATE Exam क्या है ?
कुछ यूनिवर्सिटीज और इंस्टीट्यूट अपनी तरफ से प्रवेश परीक्षा भी लेते हैं। जैसे JNU PhD entrance , BHU RET , TIFR (टाटा इंस्टीट्यूट के लिए), BITS (बिड़ला इंस्टीट्यूट), AIIMS , BARC (भाभा एटॉमिक रिसर्च सेंटर)।
एंट्रेंस एग्जाम पास होने के बाद इंटरव्यू होता है। जो कैंडिडेट्स सलेक्ट होते हैं उनको पीएचडी में एडमिशन मिल जाता है।
कुछ यूनिवर्सिटीज NET या GATE एग्जाम पास करने पर डायरेक्ट एडमिशन भी देती हैं।
ये सभी एग्जाम बहुत मुश्किल होते हैं। लेकिन अगर आप पूरी मेहनत से तैयारी करें तो सब कुछ आसान हो जाता है।
सलेक्शन के बाद आपको एक गाइड या सुपरवाइजर के अंडर पीएचडी करनी होती है। वो आपको गाइडलाइन, कोर्स की पूरी जानकारी दे देते हैं। उसके मुताबिक आपको स्टडी करनी होती है।
इस दौरान आपको सेमिनारों में भाग लेना होता है। अपने रिसर्च पेपर पब्लिश करने होते हैं और कई तरह की अकादमिक गतिविधियों में भाग लेना होता है।
पीएचडी की फीस कितनी होती है – PhD Fees
PhD ki fees कितनी होती है,
इसके बारे में अक्सर लोग यह सोचते हैं कि यह इतनी मुश्किल और हायर लेवल की पढ़ाई है तो इसकी फीस भी बहुत होगी। दोस्तों ऐसा बिल्कुल भी नहीं है।
अगर सरकारी कॉलेज से पीएचडी की जाए तो साल का 20-25,000 रुपए का खर्च ही आता है और पीएचडी के दौरान आपको कम से कम 30,000 रुपए महीना का स्टाइपेंड भी मिलता है।
इस तरह आप आसानी से अपनी पढ़ाई और रोजमर्रा के खर्च निकाल सकते हैं।
प्राइवेट कॉलेज की फीस ज्यादा होती है। इसमें एक साल का खर्च लगभग 1.5-2 लाख तक आता है।
दोस्तों PhD kya hai kaise kare आर्टिकल में हम आगे आपको बताएंगे career after PhD और PhD करने के फायदे। इसलिए आप आर्टिकल पढ़ते रहिए।
पीएचडी कितने साल का होता है ?
PhD duration आम तौर पर 3 साल की होती है। लेकिन आपको यह सुविधा है कि आप इसे 6 साल तक पूरा कर लें।
इसकी वजह यह है कि आप अपने टॉपिक पर डीटेल में रिसर्च करते हैं। इसके लिए आपको लोगों के बीच जाना पड़ सकता है।
बहुत सा डेटा इकट्ठा करना पड़ता है। इसे रिजल्ट की तरह तैयार करना पड़ता है। फिर थीसिस लिखनी होती है। पीएचडी की थीसिस कम से कम 75-80,000 शब्दों की होती है। इन सबके लिए वक्त चाहिए।
पीएचडी के बाद करियर आप्शन
दोस्तों पीएचडी जितनी मेहनत का काम है, इसका फल भी इतना ही मीठा है।
भले ही आप PhD करके एक लंबा समय बिता देते हैं। लेकिन एक बार इसे पूरा करने पर आपका भविष्य उज्जवल होता है।
यानि PhD करने के बाद आपको बहुत फायदे है।
PhD के बाद अगर आप चाहें तो टीचिंग में अच्छा करियर बना सकते हैं।
आप सोचेंगे कि ग्रेजुएशन के बाद भी तो बीएड करके टीचर बन सकते हैं। फिर इसी करियर के लिए PhD karne ke fayde kya hai? लेकिन दोनों मेंफर्क है।
- इसे भी पढ़े – सरकारी टीचर कैसे बने ?
- इसे भी पढ़े – बीएड क्या है पूरी जानकारी
- इसे भी पढ़े – M.Phil (एमफिल) कोर्स क्या है ?
PhD करके आप यूनिवर्सिटीज और कॉलेज में असिस्टेंट प्रोफेसर जैसे बड़े पद पर काम करते हैं, आगे जाकर आप प्रोफेसर बन सकते हैं।
आपकी सैलरी और भत्ते भी एक टीचर की तुलना में काफी ज्यादा होते हैं। सामाजिक रुतबा भी बहुत ज्यादा होता है।
आपने अगर किसी कॉलेज की एडमिशन बुक या मैगजीन ध्यान से देखी होगी तो उसमें वहां पढ़ाने वाले स्टाफ की क्वालीफिकेशन भी दी जाती है। इसमें उनके नाम के आगे अक्सर डॉक्टर लगा होता है।
इसके अलावा भी बहुत सारे सेक्टर हैं जहां पीएचडी करके अच्छा करियर बनाया जा सकता है। इनके बारे में अगले सेक्शन में पढ़िए।
पीएचडी के बाद जॉब और सैलरी –
- PhD ke baad job and salary आपके सब्जेक्ट पर निर्भर करता है।
- साइंस सब्जेक्ट के लोग रिसर्च एंड डेवलपमेंट सेक्टर में जॉब कर सकते हैं।
- लॉ सब्जेक्ट से पीएचडी करके आप लीगल फर्म जॉइन कर सकते हैं। आप सरकारी क्षेत्र में भी एक लीगल एडवाइजर बन सकते हैं।
- साहित्य से जुड़े कैंडिडेट्स मीडिया, साहित्य अकादमी, भाषा अनुसंधान से जुड़ी संस्थाओं से जुड़ सकते हैं।
- पीएचडी करके आप औसतन 5-10 लाख सालाना सैलरी से शुरुआत कर सकते हैं।
- योग्य और अनुभवी लोगों के लिए तरक्की की कोई सीमा ही नहीं है।
PhD करने के फायदे –
अब जानिए PhD karne ke fayde
- आप अपने सब्जेक्ट के एक्सपर्ट बन जाते हैं।
- अगर आपने NET या GATE क्लीयर किया है तो पीएचडी करते हुए अच्छी स्टाइपेंड मिलती है।
- आपके रिसर्च पेपर इंटरनेशनल लेवल पर छप सकते हैं।
- इससे आपको दुनियाभर में पहचान मिलती है।
- आपके पास देश-विदेश में काम करने के मौके आ जाते हैं।
- आप नाम के पहले डॉक्टर लिखने लगते हैं।
- जरूरी नहीं है कि आप मास्टर की पढ़ाई पूरी करके तुरंत पीएचडी करें। आप कुछ समय का गैप रख सकते हैं।
- इससे यह फायदा होता है कि पहले आप एक जॉब कर सकते हैं। इससे कुछ एक्सपीरियंस हो जाता है। बाद में जॉब से थोड़ा ब्रेक लेकर आप पीएचडी कर सकते हैं।
- इस तरह से आपके पास अपनी जॉब में तरक्की और सैलरी बढ़ाने का बहुत अच्छा रास्ता बन जाता है।
- महिलाओं को पीएचडी के दौरान मातृत्व अवकाश यानि मेटरनिटी लीव लेने की छूट होती है।
पीएचडी क्या है कैसे करें ?
- पीएचडी डॉक्टरेट डिग्री है। यह सबसे बड़ी क्वालिफिकेशन होती है।
- इसमें 3-6 साल का समय लगता है।
- इसके लिए आपको पोस्ट ग्रेजुएट होना चाहिए।
- मिनिमम मार्क्स 55% होने चाहिए।
- पीएचडी के लिए UGC NET, RET, GATE, BITS जैसी प्रवेश परीक्षा देनी होती है।
- PhD में आपको अपने सब्जेक्ट की बहुत गहराई में पढ़ाई करनी होती है।
- PhD करके आप यूनिवर्सिटीज और कॉलेज में असिस्टेंट प्रोफेसर बन सकते हैं।
- बहुत सी सरकारी और प्राइवेट संस्थाएं पीएचडी किए उम्मीदवारों को बढ़िया पैकेज देती हैं।
दोस्तों अगर आपने ऊपर दी गई जानकारी पूरी तरह पढ़ ली है तो आपको समझ आ गया होगा कि PhD kya hai kaise kare.
कोर्से का नाम | पीएचडी |
PhD का फुल फॉर्म | |
न्यूनतम योग्यता | 55% के साथ पोस्ट ग्रेजुएशन |
उम्र-सीमा | कोई उम्र-सीमा नही है |
कोर्से की अवधि | 3-5 साल |
फीस | 25-30000 |
फायदे | किसी विषय में एक्सपर्ट हो जाना |
निष्कर्ष – पीएचडी क्या है कैसे करें ?
दोस्तों इस आर्टिकल में आपने पढ़ा PhD kya hai kaise kare. हमने आपको इस विषय से जुड़े हर पलू के बारे में बताया जैसे PhD की eligibility, admission process, fees, duration, career after PhD, job & salary after PhD और PhD karne ke fayde.
आपको यह आर्टिकल कैसा लगा हमें कमेंट करके जरूर बताइए। अगर कोई सवाल या सुझाव हो तो भी जरूर बताएं।
इस आर्टिकल को ज्यादा से ज्यादा शेयर करें। ताकि जो लोग नहीं जानते PhD kya hai kaise kare उन तक यह जानकारी पंहुचे।
आप हमारा होम पेज विजिट करके और भी बहुत से ज्ञानवर्धक आर्टिकल पढ़ सकते हैं। अगर आपको हमारा काम पसंद आया हो तो हमें सब्स्क्राइब करना न भूलें।
Article by – NIDHI NEER
होम पेज पर जाएँ – यहाँ क्लिक करें
Leave a Comment Cancel reply
Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.
Phd kya hai? – जानिए पीएचडी कितने साल का होता है?
दोस्तों phd full Form, phd kya hai?, phd kitne saal ka hota hai?, और पीएचडी करने के क्या फायदे होते हैं?
दोस्तों इस तरह का सवाल तब आपके मन में आता होगा? जब आप किसी विशेष सब्जेक्ट पर deep अंडरस्टैंडिंग पाना चाहते हैं?
और किसी विशेष विषय को अच्छे से समझना चाहते हैं? और उस विषय के आधार पर आगे कुछ रिसर्च करना चाहते हैं? तब आप पीएचडी करना चाहते हैं? दोस्तों आपको कहीं से सुना होगा।
कि पीएचडी एक उच्च स्तरीय course होता है। जैसे कि ग्रेजुएशन, मास्टर कोर्स, होता है। उसे भी आपने कहीं पर सुनकर ही आगे पढ़ाई के लिए सामने चुनकर करना चाहते है?
तो इसे भी आप इसके बारे में जानकारी हासिल कर किसी विषय पर फिर phd करना चाहते हैं? तो आप इस आर्टिकल को अंत तक पढ़ते रहिए। इस आर्टिकल के माध्यम से मैं आपको पीएचडी(Phd kya hai?) के बारे में बताने जा रहा हूं।
Table of Contents
Phd full Form | पीएचडी फुल फॉर्म
दोस्तों यदि आप भेजने के फोटो नहीं जानते तो मैं आपको बता देता हूं कि Phd full Form क्या होता है? पीएचडी का फुल फॉर्म Doctor of Philosophy होता है?
phd kya hai?
Phd का फुल फॉर्म Doctor of Philosophy होता है। जिसे हम शॉर्ट और सिंपल भाषा में पीएचडी(phd) कहते हैं।
पीएचडी एक बहुत ही फेमस उच्च स्तरीय कोर्स है। जिसे करने के बाद आपके नाम के सामने डॉक्टर का टाइटल लग जाता है।
जो कि एक बहुत ही गर्व की बात है। लेकिन इसे करना इतना आसान भी नहीं है। जिसे आप अपने हिसाब से जैसे भी हो कर सकते हैं।
इसे करने के लिए काफी सब्र करने की जरूरत पड़ती है। और काफी चरणों को तय करके आप कर सकते हैं सबसे पहले आपको 12वीं पास करके अपने ग्रेजुएशन करना होता है।
फिर उसके बाद अपने पोस्ट ग्रेजुएशन करने के बाद नेट या गेट के एक्जाम क्रैक करने के बाद आप अपने एग्जामिनेशन स्कोर के हिसाब से किसी भी नवशक्ति में पीएचडी कोर्स करने के लिए दाखिला ले सकते हैं। पीएचडी एक 3 या 4 5 साल का course होता है।
phd kaise kare?
दोस्तों यदि आप किसी भी पीएचडी करना चाहते हैं। तो आप को निम्नलिखित स्टेप्स या बहुत सारी कोर्स करने के बाद पीएचडी कर सकते हैं। जो नियम लिखित है:
12th पास करें
किसी भी सब्जेक्ट में डिग्री प्राप्त करना हो तो इसके लिए सबसे पहले 12वीं पास करना होता है। आपको जिस भी सब्जेक्ट में रूचि हो उसको 11वीं में ही चुने।
ताकि आगे जाकर आपको फायदा हो। और कोशिश करें कि 12वीं कक्षा अच्छे marks से पास करें। और कम से कम 60 परसेंट मार्क्स लाए।
ग्रेजुएशन के लिए अप्लाई करें और पढ़ाई पूरी करें
जैसे ही आप 12वीं क्लास पास कर लेते हैं। उसके बाद आपको जो भी सब्जेक्ट है या फिर फेवरेट है। यानी जिस भी कोर्स के लिए आप पढ़ाई करना चाहते हैं।
उसके लिए एंट्रेंस एग्जाम दे। और एग्जाम क्लियर करके अपनी ग्रेजुएशन डिग्री की पढ़ाई पूरी करें।
जिस भी फील्ड में एक्सपर्ट बनना चाहते हैं? वह सब्जेक्ट को अच्छे से पढ़ें और ज्यादा से ज्यादा मार्क्स लाएं। आगे जाकर आपको फायदा होगा।
मास्टर डिग्री की पढ़ाई पूरी करें
जैसे ही आप अपनी ग्रेजुएशन पूरी कर लेते हैं। इसके बाद अब आपको पोस्ट ग्रेजुएशन यानी मास्टर डिग्री के लिए अप्लाई करना होगा।
ध्यान रहे कि जिस फील्ड या सब्जेक्ट में आपने bachelor डिग्री पूरी की है। उसी सब्जेक्ट से मास्टर डिग्री पूरी करें तभी आपको पीएचडी में फायदा होगा।
कोशिश करें कि मास्टर और बैचलर में आपके कम से कम 60% मार्क्स हो। ताकि आगे आपको इंटरेस्ट एग्जाम के लिए कोई दिक्कत ना हो।
UGC NET टेस्ट के लिए अप्लाई करें और क्लियर करें
जैसी ही आपकी पोस्ट ग्रेजुएशन पूरी हो जाती है। तो आपके phd करने के लिए यूजीसी नेट (UGC NET) के एग्जाम देना होगा। और इसे क्लियर करना होगा।
पहले यह एग्जाम नहीं हुआ करता था। लेकिन अब Phd करने के लिए इस एग्जाम को क्लियर करना अनिवार्य कर दिया गया है।
PhD के लिए एंट्रेंस एग्जाम क्लियर करें
जैसी ही नेट एग्जाम क्लियर कर लेते हैं। इसके बाद आप Phd इंटरेस्ट एग्जाम देने के लिए योग्य हो जाते हैं। अब आपको अपने हिसाब से जिस भी कॉलेज से आपको पीएचडी की पढ़ाई करनी है।
उस कॉलेज के एंट्रेंस एग्जाम दे। वैसे तो हर यूनिवर्सिटी अपने अपने एंट्रेंस एग्जाम कंडक्ट करती है। पीएचडी के लिए तो आपको इस एग्जाम को क्लियर करना होगा।
तभी आप आपको एडमिशन मिलेगा। इस तरह से आप अपने फेवरेट विषय पर पीएचडी कर सकते हैं। और बहुत ज्यादा अपने विषय पर नॉलेज पा सकते हैं।
पीएचडी की फीस कितनी होती है?
अब बात करते हैं कि कई जने के लोगों के मन में सवाल रहता है कि पीएचडी करने के लिए कितनी फीस की लगती है और कौन से कॉलेज से phd करना चाहिए। यह कोई फिक्स नहीं है।
सब अलग-अलग कॉलेज पर अलग-अलग फीस रहता है। यह कॉलेज और यूनिवर्सिटी पर निर्भर करता है। यदि आप प्राइवेट कॉलेज से अपनी पीएचडी पूरी करते हैं।
तो आपको गवर्नमेंट कॉलेज के मुकाबले में बहुत ज्यादा खर्च आएगा। अब बात करते हैं। कि आपको कौन से कॉलेज से phd करना चाहिए। तो यह अपने state के level के कॉलेज के हिसाब से पीएचडी के लिए चुने लेना।
phd kitne saal ka hota hai?
दोस्तों पीएचडी का कोर्स अलग-अलग सब्जेक्ट पर आप पीएचडी कोर्स कर सकते हैं किसी कोर्स का टाइम ड्यूरेशन 3 साल 4 साल या 5 साल होता है।
पीएचडी करने के क्या-क्या फायदे होते हैं?
अपने किसी भी विषय पर पीएचडी कोर्स करने के बाद आपके नाम के सामने डॉक्टर का टाइटल लग जाएगा।
यदि आप phd करते हैं। तो उसके बाद आपके बातों को लोग सुनेंगे।
पीएचडी करने के बाद आप जो भी शोध करते हैं उस के लिए देश दुनिया में आपको सहारा जाएगा।
समाज के बेहतरीन लोगों के कैटेगरी में आपको भी सम्मान देगा।
आप जिस भी सब्जेक्ट पर पीएचडी करते हैं। तो उस सब्जेक्ट में आपको deep understanding हो जाएगा।
रिसर्च और डेवलपमेंट में आप अपना करियर बना सकते हैं।
पीएचडी करने के बाद आप किसी भी कॉलेज यूनिवर्सिटी में असिस्टेंट प्रोफेसर बन जाते हैं। फिर एक्सपीरियंस के साथ प्रोफेसर बन जाते हैं।
दोस्तों मुझे आशा है कि आपको phd kya hai?, phd kaise kare? पीएचडी कितने साल का होता है? Phd full Form? इस तरह का सवाल का जवाब आपको मिल गया होगा।
वैसे तो किसी भी विषय पर उस का गहराई से नॉलेज प्राप्त करने के लिए और उस पर और आगे काम करने के लिए phd करना जरूरी होता है। यदि आप अच्छे से पीएचडी कर लेते हैं तो आपको कहीं पर भी दिक्कत नहीं होता है। कि कैसे नौकरी मिले।
क्योंकि आपको अपने सब्जेक्ट है पर काफी deep अंडरस्टैंडिंग होता है। जिस कारण से आपको कहीं पर भी जॉब मिल जाएगा।
तो दोस्तों आशा करता हूं कि इस पोस्ट से कुछ न कुछ सीखने को मिले होगा। इस पोस्ट को अंत तक ध्यान से पढ़ने के लिए तहे दिल से धन्यवाद!
Leave a Comment Cancel reply
Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.
Birla Fertility & IVF
Birla Fertility & IVF aims at transforming the future of fertility globally, through outstanding clinical outcomes, research, innovation and compassionate care.
- The CK Birla Group
- News & Updates
- Lajpat Nagar
- Punjabi Bagh
- Preet Vihar
- Rajouri Garden
- Lajpat Nagar 2
- Gurgaon – Sector 51
- Gurgaon – Sector 14
- Gurgaon – Sector 43
- Bhubaneswar
- Perinthalmanna
- Mangalore 2
- Koramangala
- Kalyan Nagar
- Basaveshwar Nagar
- Success Rate
- Pricing Plans
We offer a comprehensive range of fertility treatments and diagnostic services.
- Egg Freezing
- Semen Freezing
- Preservation for Cancer Patients
- Embryo Freezing
- Blastocyst Culture
- In Vitro Fertilisation (IVF)
- Laparoscopy
- Hysteroscopy
- Laser Assisted Hatching
- Intrauterine Insemination (IUI)
- Frozen Embryo Transfer (FET)
- Surrogacy Support
- Donor Support
- Intracytoplasmic Sperm Injection (ICSI)
- Testicular Sperm Aspiration (TESA)
- Testicular Tissue Biopsy
- Percutaneous Epididymal Sperm Aspiration (PESA)
- Infertility Assessment Panel
- Tubal Patency Tests
- Ultrasound – 3D Ultrasound / Colour Doppler
- Advanced Semen Analysis
- Preimplantation Genetic Screening (PGS)
- Preimplantation Genetic Diagnosis (PGD)
- Endometrial Receptivity Analysis (ERA)
- Analysis of Infectious Chronic Endometritis
- Endometrial Microbiome Metagenomic Analysis (EMMA)
- Endocrinology
- Counselling
Learn about the causes and treatments of male and female fertility issues and when to consult a fertility specialist.
- Blocked Fallopian Tubes: Sign and Symptoms
- Ovulation disorders: Common causes of infertility in women
- Female Infertility
- Male Infertility
- Unexplained Infertility
- When to Seek Help
- Individualised reproductive plans
- Difference between a test-tube baby and IVF
- Preparing Your Body
- Your First Visit
- Your Journey Post Conception
- Pre-Pregnancy Lifestyle
- Azoospermia: Types, Causes, Treatment
- High Blood Pressure and Fertility
- Smoking and fertility
- Yoga and fertility treatment
- How foods increase chances of conceiving
- Why Mediterranean Diet plan is necessary
- What diet to follow in IVF treatment
- Diet to avoid during IVF treatment
- Reasons behind Failed IVF cycles
- Second opinion for IVF
- Ovarian follicles
- Male Reproductive System
- Female Reproductive System
- Endometriosis: Sign and Symptoms
- Top causes and symptoms of varicoceles
- Symptoms of hormonal imbalance
- Fertility tests
- Secondary Infertility
- Pregnancy and PCOS
- Endometriosis and pregnancy
- Why semen analysis is necessary
- Our Doctors
Take a glimpse into our treatment experience, pricing and packages, and hear from our patients.
- Due Date Calculator
- Patient Stories
- Ovulation Calculator
- International Patients
- Period Calculator
- Pregnancy Calculator
पीसीओडी का कारण, लक्षण और इलाज
Dr. Manjunath CS
MBBS, MS (OBG), Fellowship in Gynac Endoscopy (RGUHS), MTRM (Homerton University, London UK), Fellowship in Regenerative Medicine (IASRM)
Table of Contents
हार्मोनल असंतुलन और आनुवंशिकी के कारण महिलाओं को कई तरह की समस्याएं होती हैं, पॉलीसिस्टिक ओवरी डिसऑर्डर (PCOD) भी उन्हीं में से एक है। तो आइए इसके कारण, लक्षण, जाँच और उपचार आदि के बारे में विस्तार से जानते हैं।
पीसीओडी क्या है?
पीसीओडी महिलाओं में होने वाली एक आम समस्या है, जिसका मुख्य कारण है हार्मोनल असंतुलन। इस समस्या से पीड़ित महिलाओं के शरीर में एण्ड्रोजन का स्तर बढ़ जाता है और ओवरी यानी अंडाशय में सिस्ट बनने लगते हैं।
एक महिला के शरीर को पुरुष हार्मोन (टेस्टोस्टेरोन) और महिला हार्मोन (एण्ड्रोजन) दोनों की जरूरत होती है, लेकिन पीसीओडी से प्रभावित महिला में पुरुष हार्मोन का स्तर बढ़ जाता है, जिसके कारण महिला को अनेक समस्याओं का सामना करना पड़ता है जैसे कि:
- अनियमित माहवारी या पीरियड्स नहीं आना
- गर्भधारण में दिक्कतें आना (निःसंतानता)
- गर्भपात या समय से पहले शिशु का जन्म
- गर्भाशय से असामान्य रक्तस्राव
- चिंता या डिप्रेशन
इतना ही नहीं, मेंस्ट्रुअल साइकिल के दौरान दर्द, चेहरे पर बाल और मुंहासे आना और श्रोणि में दर्द शामिल हैं। दुर्लभ मामलों में ब्रेस्ट कैंसर, टाइप 2 डायबिटीज या प्रीडायबिटीज, एंडोमेट्रियल कैंसर और मेटाबोलिक सिंड्रोम आदि का ख़तरा भी होता है।
पीसीओडी के क्या लक्षण होते हैं?
पीसीओडी के लक्षणों की मदद से आप या आपके डॉक्टर इस बात की पुष्टि कर सकते हैं कि आपको पीसीओडी है। इसके लक्षणों में मुख्य रूप से शामिल हैं:-
- नींद नहीं आना
- बाल पतले होना
- बालों का झड़ना
- सिर में दर्द होना
- ब्लड प्रेशर बढ़ना
- थकान महसूस होना
- चेहरे पर मुंहासे होना
- पीरियड्स का अनियमित होना
- मूड में अचानक से बदलाव आना
- दूसरे हार्मोन में असंतुलन होना
- शरीर और खासकर चेहरे पर बाल आना
- दुर्लभ मामलों में निःसंतानता की शिकायत होना
पीसीओडी के क्या कारण हैं?
पीसीओडी कई कारणों से होता है जिसमें मुख्य रूप से निम्न शामिल हैं:-
- आनुवंशिक कारण
- हमेशा तनाव में रहना
- जीवनशैली अस्वस्थ होना
- खान-पान में लापरवाही दिखाना
- शारीरिक गतिविधियां नहीं करना
- शराब और सिगरेट का सेवन करना
- लेट नाइट तक जगना और देर तक सोना
- वजन का तेजी से बढ़ना या मोटापा होना
- पोषक तत्वों से भरपूर चीजों का सेवन न करना
अगर आप खुद को पीसीओडी से बचाना चाहती हैं तो ऊपर दिए कारणों को ध्यान में रखते हुए कुछ सावधानियां बरतें और साथ ही विशेषज्ञ से परामर्श करें।
पीसीओडी का निदान
पीसीओडी का निदान करने के लिए डॉक्टर आपसे लक्षणों के बारे में पूछते हैं। साथ ही, शारीरिक जांच और ब्लड टेस्ट के जरिए हार्मोन, कोलेस्ट्रॉल और ग्लूकोज के स्तर की पुष्टि करते हैं। इसके अलावा, गर्भाशय और अंडाशय को देखने के लिए अल्ट्रासाउंड होता है।
- शारीरिक जांच: इस दौरान डॉक्टर आपके ब्लड प्रेशर, बॉडी मास इंडेक्स और कमर के साइज की जांच करते हैं। साथ ही, अनचाही जगहों पर बालों के विकास, मुहांसे की पुष्टि करने के लिए आपकी त्वचा को देखते हैं।
- पेल्विक परीक्षण: इस दौरान डॉक्टर, योनि, गर्भाशय ग्रीवा, गर्भाशय, फैलोपियन ट्यूब और अंडाशय जैसे क्षेत्र की जांच करते हैं।
- पेल्विक अल्ट्रासाउंड (सोनोग्राफी): अल्ट्रासाउंड की मदद से डॉक्टर अंडाशय में सिस्ट और गर्भाशय की परत की जांच करते हैं।
जांच की मदद से डॉक्टर को पीडीओडी के सटीक कारण को समझने में मदद मिलती है, जिसके बाद वे उपचार के प्रकार का चयन करके इलाज की प्रक्रिया को शुरू करते हैं।
पीसीओडी का इलाज कैसे करें?
पीसीओडी का इलाज कई तरह से किया जाता है। इलाज का मुख्य उद्देश्य लक्षणों को कम या ख़त्म करना और उनके कारण भविष्य में आने वाली परेशानियों को रोकना है।
पीसीओडी का इलाज हर मरीज के लिए अलग-अलग हो सकता है। इसका इलाज निम्न तरीकों से किया जाता है:-
जीवनशैली में बदलाव
जीवनशैली और खान-पान में कुछ ख़ास बदलाव लाकर हार्मोन को संतुलित किया जाता है जिससे पीसीओडी के लक्षण अपने आप ही दूर हो जाते हैं।
- तनाव से दूर रहें
- संतुलित आहार लें
- फाइबर से भरपूर चीजों का सेवन करें
- कार्बोहाइड्रेट से भरपूर चीजों का सेवन करें
- उन कामों को करें जिससे आपको खुशी मिलती है
- अपने आहार में दही, पनीर और अंडा को शामिल करें
- दालचीनी का सेवन करें क्योंकि यह इंसुलिन को संतुलित रखता है
- आलू, नमकीन और ब्रेड आदि से परहेज करें
- मीठी चीजों को अपनी डाइट से कम करें
- शराब, सिगरेट और दूसरी नशीली चीजों से दूर रहें
- हरी पत्तेदार सब्जियों और ताजा फलों को अपनी डाइट में शामिल करें।
- एक्टिव जीवनशैली को अपनाएं। रोजाना सुबह या शाम में हल्का-फुल्का व्यायाम करें।
साथ ही, अगर आपका वजन ज्यादा है तो इसे कम करें। इसके लिए आप ट्रेनर की मदद ले सकती हैं।
दवाओं से पीसीओडी का इलाज
जीवनशैली और डाइट में बदलाव लाने के बाद भी, जब कोई फायदा नहीं होता है तो डॉक्टर कुछ ख़ास दवाएं निर्धारित करते हैं। ये दवाएं हार्मोन को संतुलित करने का काम करती हैं जिससे पीसीओडी के लक्षण से राहत मिलती है।
डॉक्टर आपको प्रोजेस्टिन हार्मोन लेने का सुझाव देते हैं, क्योंकि यह पीरियड्स को नियमित और गर्भाशय कैंसर के खतरे को कम करता है। इसके अलावा, डॉक्टर मेटफॉर्मिन की सलाह देते हैं।
मेटफॉर्मिन आपके शरीर में इंसुलिन के स्तर को कम करता है। साथ ही साथ वजन कम करने, प्रजनन क्षमता बढ़ाने एवं टाइप 2 डायबिटीज को रोकने का भी काम करता है।
पीसीओडी से कैसे बचें?
अगर आप खुद में पीसीओडी के खतरे को कम या ख़त्म करना चाहती है तो आपको कुछ बातों का ख़ास ध्यान देना होगा जैसे कि:
- नियमित रूप से व्यायाम करना
- समय पर दवाओं का सेवन करना
- शराब, सिगरेट और दूसरी नशीली चीजों से दूर रहना
- अपने वजन का ख़ास ध्यान रखना
- अधिक तैलीय और मसालेदार चीजों के सेवन से बचना
साथ ही, अधिक कोलेस्टेरोल, फैट और कार्बोहाइड्रेट से भरपूर चीजों का सेवन नहीं करना आदि।
पीसीओडी एक हार्मोनल डिसऑर्डर है जो आमतौर पर युवा महिलाओं में देखने को मिलता है। यह कई कारणों से हो सकता है, लेकिन यह अधिकतर मामलों में अस्वस्थ जीवनशैली, गलत खान-पान, निष्क्रिय दैनिक जीवन, तनाव और नशीली पदार्थों का सेवन करने से होता है।
पीसीओडी से पीड़ित महिला में कई लक्षण देखे जा सकते हैं जैसे कि शरीर और ख़ासकर चेहरे पर बाल आना, वजन बढ़ना, मुहांसे आना आदि। दुर्लभ मामलों में पीसीओडी के कारण गर्भधारण करने में भी समस्या आ सकती है। इसलिए समय पर इसका उचित इलाज आवश्यक है।
Social Share
Leave a Reply Cancel reply
Your email address will not be published. Required fields are marked *
Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.
Gurgaon – Sector 14, Haryana
Dr. Prachi Benara
MBBS (Gold Medalist), MS (OBG), DNB (OBG) PG Diploma in Reproductive and Sexual health
Kolkata , West Bengal
Dr. Souren Bhattacharjee
MBBS, DGO, FRCOG (London)
Kolkata, West Bengal
Dr. Swati Mishra
MBBS, MS (Obstetrics & Gynaecology)
Rohini, Delhi
Dr. Meenu Vashisht Ahuja
MBBS, DGO, DNB (Obstetrics & Gynaecology) PG Diploma in ART & Reproductive Medicine
Lajpat Nagar, Delhi
Dr. Muskaan Chhabra
MBBS, MS (Obstetrics & Gynaecology) DNB (Obstetrics & Gynecology), Infertility Specialist
Dwarka, Delhi
Dr. Shilpa Singhal
MBBS, M.S., Diploma in Reproductive Medicine
Varanasi, Uttar Pradesh
Dr. Deepika Mishra
Bhubaneswar, Odisha
Dr. Lipsa Mishra
MBBS, MD (Obstetrics and Gynaecology)
Lucknow , Uttar Pradesh
Dr. Shreya Gupta
MBBS, MD (Obstetrics & Gynaecology) DNB (Obstetrics & Gynaecology)
Gorakhpur , Uttar Pradesh
Dr. Shikha Tandon
MBBS, DNB (Obstetrics & Gynaecology)
Guwahati, Assam
Dr. Kalpana Jain
MBBS, DNB (Obstetrics and Gynaecology) DGO, FMAS
Rewari, Haryana
Dr. Nandini Jain
MBBS, MS (Gynaecology & Obstetrics), FMAS
Chandigarh, Chandigarh
Dr. Rakhi Goyal
MBBS, MS (Obstetrics and Gynaecology)
Lucknow, Uttar Pradesh
Dr. Manika Singh
Patna, Bihar
Dr. Anupam Kumari
M.B.B.S, M.S. (OB-GYN)
Jaipur, Rajasthan
Dr. Priyanka Yadav
MBBS, DGO, DNB (Obstetrics and Gynaecology)
Dr. Rohani Nayak
MBBS, MD (Obstetrics and Gynaecology) DNB (Obstetrics and Gynaecology)
Dr. Lavi Sindhu
MBBS, DNB (Obstetrics and Gynaecology) MRCOG-1, Diploma (Reproductive Medicine)
Allahabad, Uttar Pradesh
Dr. Madhulika Singh
MBBS, MS (OBGYN)
Cuttack, Odisha
Dr. Rasmin Sahu
MBBS, MD (Obstetrics and Gynecology)
Noida, Uttar Pradesh
Dr. Shilpi Srivastva
Gurgaon - Sector 51, Haryana
Dr. Shivika Gupta
MBBS, MD/MS (Obstetrics and Gynecology)
Surat, Gujarat
Dr. Aashita Jain
MBBS, Diploma in IVF & Reproductive Medicine Diploma in Gynaecology & Obstertics Advanced ART Course
Ahmedabad, Gujarat
Dr. Vivek P Kakkad
MBBS, MD (Obstetrics & Gynecology) M.Ch. (Reproductive Medicine & Surgery) Training in Andrology
Meerut, Uttar Pradesh
Dr. Madhulika Sharma
MBBS, DGO, DNB (Obstetrics and Gynaecology), PGD (Ultrasonography)
Howrah, West Bengal
Dr. Sonali Mandal Bandyopadhyay
MBBS (Hons. ), MS ( G&O)
Punjabi Bagh, Delhi
Dr. Priya Bulchandani
MBBS, MS (Obstetrics and Gynaecology) MRCOG (UK), FRM, FMAS
Dr. Rashmika Gandhi
MBBS, MS, DNB
Dr. Sugata Mishra
MBBS,MS (Obstetrics & Gynaecology)
Bhopal, Madhya Pradesh
Dr. Sonal Chouksey
MBBS,DGO, MRCOG (1)
Nagpur, Maharashtra
Dr. Priyanka S. Shahane
MBBS, MD Diploma in Obstetrics & Gynecology
Indore, Madhya Pradesh
Dr. Astha Jain
MBBS, DGO, DNB, FNB
Hyderabad, Telangana
Dr. A. Jhansi Rani
MBBS, DNB - Obstetrics & Gynecology
Dr. Vaani Mehta
MBBS, MD (Obs and Gynae)
Ranchi, Jharkhand
Dr. Apeksha Sahu
MBBS, MD (OBG)
Dr. Sumitra Mansingh
MBBS,MS, DNB (Obstetrics & Gynaecology)
Preet Vihar, Delhi
Dr. Anjali Chauhan
MBBS, MS, DNB FRM - DCR (Obstetrics & Gynaecology)
Thrissur and Palakkad
Dr. Venugopal
MBBS, MD, DNB (Obstetrics & Gynaecology)
Palakkad, Kerala
Dr. Vineeth VK
MBBS, DGO, DRME
Dr. Gaurav Gujarathi
MBBS, MS, (Obstetrics & Gynaecology)
Dr. Susan Pradeep
MBBS, DGO, ART – CREST (NUH Singapore)
Dr. Sunitha Muralidharan
MBBS, DGO, MRCOG(UK)
Thrissur, Kerala
Dr. Simi Fabian
MBBS, DGO, DNB (Obstetrics and Gynecology)
Dr. Deepa Menon
Dr. Viji Praveen
MBBS, MS (Obstetrics and Gynecology)
Kozhikode, Kerala
Dr. Vivek V Subhash
MBBS, MS, DNB (Obstetrics and Gynaecology),FRM
Perinthalmanna, Kerala
Dr. Raiheen K. P.
MBBS, MS, DNB (Obstetrics and Gynaecology)
Salem, Tamil Nadu
Dr. S. VANITHADEVI
Kannur, Kerala
Dr. Shyjus P.
MBBS, MS (Obstetrics & Gynaecology), JIPMER
Dr. SREEJA SAJITH
MBBS, DNB (Obstetrics and Gynaecology)
Dr. K U Kunjimoideen
MBBS, MD, DNB(Obstetrics and Gynaecology) Chairperson Of Kerala ISAR 2022-2024
Raipur, Chhattisgarh
Dr. Madhuri Thakur
MBBS, MS, DNB, FRM – DCR (Obstetrics & Gynaecology)
Dr. Varsha Singh
Dr. Jyotsna Pundir
MBBS, MD, FRCOG, PHD
Koramangala and Kalyan Nagar
Dr. Kavya D Sharma
MBBS, MS, OBG, MRCOG-1 (Fellowship in Reproductive Medicine)
Kolar, Karnataka
Dr. Naga Jyothi S
Mumbai, Maharashtra
Dr. Shruti Shetty
Mangalore, Karnataka
Dr. Rashmi Nayak
MBBS, MS,DNB OBG, MRCOG-UK
Basaveshwar Nagar, Karnataka
Dr. Chandralekha P
MBBS, MS, Fellowship in Reproductive Medicine
Vijayapur, Karnataka
Dr. Shivakumar Pujeri
Chennai, Tamil Nadu
Dr. M. Nancy Anitha
MBBS, DGO, MRCOG, FRM
Siliguri, West Bengal
Dr. Shraddha Tripathi Bichpuria
MBBS, DNB (OBG), FMAS
Rajouri Garden, Delhi
Dr. Devyani Mukherjee
MBBS, MS ( Obstetrics and Gynaecology), FNB (Reproductive Medicine)
Dr. Navina Singh
M.B.B.S., M.S. (OBSTETRICS AND GYNAECOLOGY), MRM (LONDON), DRM (GERMANY), FRM (INDIA)
Koramangala, Karnataka
Related blogs
डर्मोइड सिस्ट क्या है – प्रकार और कारण (Dermoid Cyst in Hindi)
What is Amenorrhea? Causes, Symptoms and Treatment
ডার্ময়েড সিস্ট, লক্ষণ, কারণ, চিকিত্সা এবং এর ধরন সম্পর্কে ব্যাখ্যা করুন
What is Salpingostomy?
Laparoscopy: All You Need To Know
Ovary size: How important is the size of ovaries for pregnancy?
ट्रांसवजाइनल अल्ट्रासाउंड क्या होता है?
What are 4 Types of PCOS? Causes, Symptoms and Treatment
Patient testimonials.
Success after multiple IVF failures
After multiple failures at other clinics our family doctor recommended us to visit Birla Fertility & IVF. We received exceptional care and support from the entire team of doctors and nurses who were there to support us every step of our journey. Thanks for making our dream come true!
Simran & Arun Dubey
Doctor’s expertise turned our parenthood dream into reality
Our doctor at Birla Fertility & IVF made all the difference in our journey. From addressing all our queries to prescribing only what was needed, the support and comfort we received were invaluable. We are grateful to the entire team at Birla Fertility & IVF
Sakshi & Inderjeet
Recommended IVF by other clinics conceived naturally at Birla Fertility & IVF
We came in for a fallopian tube test, expecting to be recommended IVF. However, our doctor at Birla Fertility & IVF suggested a minor treatment and provided exceptional support and guidance. Thanks to this thoughtful approach, we conceived naturally. We are deeply grateful to the team at Birla Fertility & IVF for their care. With the right support, you’ll be well taken care of. Trust the process and go with the flow!
Jasleen & Jaswinder
Birla Fertility & IVF aims at transforming the future of fertility globally, through outstanding clinical outcomes, research, innovation and compassionate care.
- News & Updates
- Terms & Conditions
- Fertility Treatments
- Donor Services
- Fertility Preservation
- Gynaecological Procedures
- Genetics & Diagnostics
For Patients
- +91 124 4882222
- [email protected]
Thank you! Our counselor will contact you soon.
Privacy Policy Disclaimer
Copyright @ CK Birla Healthcare Pvt. Ltd. 2024
Book an Appointment
Book your appointment today, request a call back, request a call back, book a free consultation, book a consultation.
45,000+ students realised their study abroad dream with us. Take the first step today
Here’s your new year gift, one app for all your, study abroad needs, start your journey, track your progress, grow with the community and so much more.
Verification Code
An OTP has been sent to your registered mobile no. Please verify
Thanks for your comment !
Our team will review it before it's shown to our readers.
एमफिल क्या है और जानिए पीएचडी और एमफिल क्या अंतर है?
- Updated on
- अक्टूबर 20, 2022
Livewire.thewire.in की मार्च 2021 की रिपोर्ट के अनुसार हर वर्ष 30,692 भारतीय छात्र एमफिल प्रोग्राम में एनरोल करते हैं। ग्रेजुएशन करने के बाद बहुत से छात्रों के मन में सवाल आता है कि किस फील्ड में मास्टर्स करें, पीएचडी करें या फिर एमफिल करें। आइए MPhil kya hai यह विस्तार से जानते हैं।
फुल फॉर्म | मास्टर ऑफ़ फिलॉसफी |
अवधि | 3-5 साल |
योग्यता | PG लेवल में कम से कम 55% अंक (आरक्षित श्रेणियों के कैंडिडेट्स के लिए 5% की छूट) |
प्रवेश परीक्षाएं | , RUET, आदि। |
टॉप यूनिवर्सिटीज | आईआईटी मद्रास, चेन्नई, मुंबई विश्वविद्यालय, कलकत्ता विश्वविद्यालय आदि |
सालाना औसत फीस | INR 50,000-2 लाख |
सालाना औसत सैलरी | INR 4-15 लाख |
नौकरियां | -यूनिवर्सिटी प्रोफेसर -इंडस्ट्रियल R&D लैब प्रोफेशनल्स -स्टार्टअप मेंटर्स -लेखक -सीनियर रिसर्च साइंटिस्ट |
This Blog Includes:
एमफिल क्या है, एमफिल क्यों करें, एमफिल और पीएचडी में क्या अंतर है, एमफिल vs एमएससी, एमफिल के प्रकार, एमफिल प्रवेश 2022: प्रवेश परीक्षा अनुसूची, एमफिल स्पेशलाइजेशन और विषय, एमफिल के लिए कोर्सेज, दुनिया की टॉप यूनिवर्सिटीज, भारत की टॉप यूनिवर्सिटीज, एमफिल के लिए योग्यता, आवेदन प्रक्रिया, आवश्यक दस्तावेज़, प्रवेश परीक्षाएं, एमफिल के लिए किताबें, करियर स्कोप, जॉब प्रोफाइल्स और सैलरी.
मास्टर ऑफ़ फिलॉसफी (MPhil) 2 वर्ष पोस्टग्रेजुएट अकादमिक रिसर्च कोर्स है। हयूमैनिटिज़, कॉमर्स, साइंस, लॉ, शिक्षण आदि किसी भी स्ट्रीम के कैंडिडेट्स एमफिल कर सकते हैं। एमफिल कोर्सेज में, कैंडिडेट्स को थ्योरी के साथ-साथ प्रैक्टिकल सब्जेक्ट्स की भी पढ़ाई करने की आवश्यकता होती है। वहीं कैंडिडेट्स को रिसर्च करने और अपने रिसर्च खोजें प्रस्तुत करने की भी आवश्यकता है।
एमफिल क्या है और इसे क्यों करें, इसके लिए नीचे महत्वपूर्ण कारण दिए गए हैं-
- पीएचडी कोर्स के लिए एक अग्रदूत: एमफिल कोर्स को लंबे समय से मास्टर डिग्री और पीएचडी प्रोग्राम के बीच एक अंतर के रूप में देखा जाता है। यह कोर्स उम्मीदवारों को रिसर्च, निर्माण की बारीकियों के बारे में छात्रों के दिमाग को प्रशिक्षित करने में एक समग्र दृष्टिकोण से गुजरने में मदद करता है। रिसर्च स्किल्स और ज्ञान जो पूर्ण पैमाने पर पीएचडी कोर्स को आगे बढ़ाने में मदद करेगा।
- अच्छा वेतन और अन्य सुविधाएं: एमफिल कार्यक्रम उम्मीदवारों को अच्छे रिटर्न का वादा करता है। एक एमफिल कोर्स में आम तौर पर उम्मीदवारों को लगभग INR 1-2 लाख का शुल्क लगता है। Pay scale की रिपोर्ट है कि एक एमफिल उम्मीदवार प्रति वर्ष औसतन INR 5.08 लाख कमाता है। इस प्रकार, उम्मीदवार पढ़ाई में अपने निवेश को जल्दी से वापस पाने में सक्षम होते हैं। एमफिल उम्मीदवार चिकित्सा बीमा, दंत चिकित्सा जांच आदि जैसे अन्य लाभों के हकदार भी होते हैं।
- नौकरी की सुरक्षा: जिन उम्मीदवारों ने अपना एमफिल कोर्स पूरा कर लिया है, वे आमतौर पर शिक्षण व्यवसायों या अनुसंधान सुविधाओं में लीन हो जाते हैं। एक शिक्षक की नौकरी की भूमिका भारत में सबसे सुरक्षित नौकरियों में से एक है। 2018 में, भारत के माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने भारत में शैक्षिक स्तर पर सभी शिक्षकों की नौकरी की सुरक्षा के लिए जोर दिया। यहां तक कि कोविड 19 महामारी के दौरान भी नौकरी की एक रिपोर्ट के अनुसार शिक्षण क्षेत्र ने दिसंबर 2022 में स्वास्थ्य सेवा के बाद दूसरी सबसे बड़ी भर्ती की सूचना दी।
- स्पेशलाइज़ेशन: एमफिल कोर्स बड़ी संख्या में विशेषज्ञता कार्यक्रम प्रदान करता है ताकि उम्मीदवार अपनी रुचि के अनुसार अध्ययन के विभिन्न क्षेत्रों के बीच चयन कर सकें। भारत में 30 से अधिक विशेषज्ञताएं उपलब्ध हैं। भारत में मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं में वृद्धि के कारण साइकोलॉजी स्पेशलाइज़ेशन कोर्स में एमफिल भारत में लोकप्रियता प्राप्त कर रहा है, जिसमें 15 करोड़ से अधिक भारतीयों को चिकित्सा की आवश्यकता है।
- एंटरप्रेन्योरशिप के अवसर: जैसा कि उपरोक्त खंडों में बताया गया है, अधिकांश लोग अपना एमफिल कोर्स पूरा करने के बाद शिक्षण प्रोफेशन में चले जाते हैं। कई एमफिल होल्डर डिग्री पूरी होने के बाद कोचिंग सेंटर शुरू करते हैं। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट है कि 7.1 करोड़ छात्र हैं जो विभिन्न स्तरों पर ट्यूशन का विकल्प चुनते हैं जिससे एंटरप्रेन्योरशिप के अवसर पैदा होते हैं।
M Phil kya hai जानने के साथ-साथ यह जानना भी आवश्यक है कि इस कोर्स को करने के लिए किन-किन स्किल्स की ज़रूरत होगी, जो नीचे दी गई हैं-
- अच्छी एनालिटिकल स्किल्स
- अच्छी राइटिंग स्किल्स
- प्रोजेक्ट मैनेजमेंट स्किल्स
- रीज़निंग स्किल्स
- क्रिटिकल थिंकिंग
- कीन ऑब्ज़र्वर
- रिसर्च स्किल्स
एमफिल क्या है जानने के साथ-साथ यह जानना भी आवश्यक है कि छात्रों को अक्सर होने वाली PhD और MPhil के बीच की दुविधा को दूर करने के लिए नीचे टेबल दी गई है-
एक छात्र को किसी ख़ास विषय में महारत हासिल करने और आगे की रिसर्च के लिए अधिक योग्य जानकारी प्रदान करने की अनुमति देना। | छात्र की नॉलेज और स्किल्स में कुछ नया जोड़ने का अवसर प्रदान करना। |
एमफिल कोर्स की अवधि 1.5-2 साल की होती है। | पीएचडी 3-4 वर्ष की होती है। कभी-कभी इसमें 5 वर्ष भी लगते हैं। |
एमफिल के कोर्सवर्क में सिद्धांत विषयों का संतुलन और एक्सपेरिमेंट्स होते हैं। | पीएचडी के कोर्सवर्क में एक्सपेरिमेंट्स और रिसर्च मेथोडोलॉजी के साथ 2-3 थ्योरी विषय भी होते हैं। |
मेरिट के आधार पर (PG परसेंटेज पर आधारित)/प्रवेश परीक्षा आधारित | प्रवेश परीक्षा आधारित / योग्यता आधारित (एमफिल या समकक्ष प्रतिशत पर आधारित) |
M Phil kya hai को और अच्छे से समझने के लिए एमफिल Vs एमएससी के बीच अंतर जानना आवश्यक है, जो नीचे बताए गए हैं-
फुल फॉर्म | Master of Philosophy | Master of Science |
अध्ययन का मुख्य उद्देश्य | पीएचडी कोर्स का चयन करने से पहले उम्मीदवारों को विषय में महारत हासिल करने की अनुमति देना। | उम्मीदवारों को विभिन्न विज्ञान विषयों में विशिष्ट ज्ञान प्राप्त करने की अनुमति देना। |
अवधि | 1.5-2 साल | 2 साल |
कोर्सवर्क | सिद्धांत विषयों और अनुसंधान और शोध प्रबंध का संतुलन | मुख्य रूप से थ्योरी वर्क और प्रासंगिक प्रैक्टिकल |
योग्यता | किसी भी कॉलेज / विश्वविद्यालय से न्यूनतम 55% (आरक्षित श्रेणी के उम्मीदवारों के लिए 5% छूट) के साथ मास्टर्स।. | किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से कम से कम 50-60% अंकों के साथ ग्रेजुएट। (आरक्षित वर्ग के लिए 5% की छूट) |
एडमिशन प्रक्रिया | मेरिट-आधारित (पीजी प्रतिशत के आधार पर) / प्रवेश परीक्षा आधारित | मेरिट-आधारित (पीजी प्रतिशत के आधार पर) / प्रवेश परीक्षा आधारित |
यह भी पढ़ें : क्या होती है PhD लोक प्रशासन?
M Phil kya hai जानने के साथ-साथ इसके प्रकार जानना भी आवश्यक है, जो नीचे दिए गए हैं-
पूर्णकालिक एमफिल
- एक पूर्णकालिक एमफिल एक दो साल का रिसर्च कोर्स है जो उम्मीदवारों द्वारा अपनी मास्टर्स डिग्री पूरी करने के बाद किया जाता है।
- फुल टाइम एमफिल कोर्स के लिए मूल योग्यता यह है कि उम्मीदवारों को किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से मास्टर्स स्तर में कम से कम 55% अंक प्राप्त करने चाहिए। आरक्षित श्रेणियों के उम्मीदवारों को 5% की छूट प्रदान की जाती है।
- शीर्ष कॉलेज प्रवेश परीक्षाओं जैसे GATE, BHU RET, CUSET, आदि के आधार पर प्रवेश प्रदान करते हैं। एमिटी यूनिवर्सिटी, शोभित यूनिवर्सिटी आदि जैसे कॉलेज मेरिट-आधारित प्रवेश प्रदान करते हैं।
- कोर्स फीस INR 30,000 -1 लाख/सालाना के बीच है।
- औसत वेतन INR 5-6 लाख/सालाना के बीच है।
डिस्टेंस एमफिल
- डिस्टेंस एमफिल कोर्स की अवधि आमतौर पर 2 साल की होती है। कुछ मामलों में जुर्माना अदा करने के बाद एमफिल कोर्स की अवधि एक साल तक बढ़ाई जा सकती है।
- 40% से अधिक विकलांग महिला उम्मीदवारों को उनकी डिग्री पूरी करने के लिए 1 वर्ष की छूट अवधि की पेशकश की जाती है।
- कोर्स फीस INR 7,500-13,000 के बीच है
- उम्मीदवारों को अपनी प्रवेश प्रक्रिया को पूरा करने के लिए विभिन्न विश्वविद्यालयों की व्यक्तिगत प्रवेश परीक्षा उत्तीर्ण करनी होगी।
- कुछ मामलों में प्रवेश प्रक्रिया के दौरान कार्य अनुभव प्रमाण पत्र का उत्पादन किया जाना चाहिए।
पंजीकरण तिथि और परीक्षा तिथि के साथ मास्टर ऑफ फिलॉसफी प्रवेश 2022 के लिए आयोजित प्रवेश परीक्षा नीचे दी गई है।
प्रवेश परीक्षा | पंजीकरण की तारीख | आवेदन तिथि |
---|---|---|
JNUEE | मार्च 2022 का पहला सप्ताह – मार्च 2022 का चौथा सप्ताह | मई 2022 का दूसरा सप्ताह |
VITMEE | मार्च 2022 का दूसरा सप्ताह – मई 2022 का तीसरा सप्ताह | जून 2022 का पहला सप्ताह |
CUCET | मार्च 2022 का दूसरा सप्ताह – अप्रैल 2022 का तीसरा सप्ताह | मई 2022 का तीसरा सप्ताह |
LPUNEST | जनवरी 2022 का पहला सप्ताह – मार्च 2022 | मार्च 2022 – अप्रैल 2022 |
CUSAT CAT | 07 फरवरी – 25 मार्च, 2022 | मई 15 – 17, 2022 |
GATE | सितंबर 2021 – अक्टूबर 2021 | फरवरी 6,7,13 और 14, 2022 |
एमफिल क्या है जानने के साथ-साथ यह जानना भी आवश्यक है कि इसमें स्पेशलाइजेशन और उनके विषय कितने होते हैं हैं-
MPhil in English
- रिसर्च आइडेंटिफिकेशन ऑफ़ टाइप्स एंड प्रॉब्लम्स
- मैकेनिक्स ऑफ़ रिसर्च
- वेज़ टू राइट
- डॉक्यूमेंटेशन एंड लिस्ट ऑफ़ सीटेड वर्क्स
- इम्पोर्टेन्ट एस्से
MPhil in Psychology
- रिसर्च मैथड ए
- क्वालिटेटिव रिसर्च मेथड्स
- साइकोलॉजिकल टेस्ट ए
- साइकोथेरेपी
- रिसर्च मैथड बी
- साइकोलॉजिकल टेस्ट बी
- बायोलॉजिकल बेसिस ऑफ़ मेन्टल हैल्थ
- रिसर्च डिज़र्टेशन
MPhil in Management
- रिसर्च मेथोडोलॉजी
- स्ट्रेटेजिक मैनेजमेंट
- एडवांसेज इन मैनेजमेंट
- फाइनेंशियल मार्केट्स एंड डेरिवेटिव्स
- इंटरनैशनल ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट
- लेटेस्ट ट्रेंड्स इन ओबी एंड एचआरएम
MPhil in Education
- पैराडीगम इन एज्युकेशनल रिसर्च
- रिडिफाईनिंग हाईयर एज्युकेशन
- सोशल कॉन्टेक्स्ट ऑफ़ एजुकेशन
- पॉलिटिक्स एंड हायर एजुकेशन
- क्वालिटी इन हायर एजुकेशन: नैशनल लेवल
- प्रति पाठ्यक्रम एक लिखित असाइनमेंट
- एक सेमिनार या पुस्तक रिव्यु
MPhil in Economics
- अंडरस्टैंडिंग रिसर्च
- डेटा एंड इट्स कलेक्शन एंड सैंपलिंग कन्सिडरेशन
- एकॉनोमेट्रिक मेथड्स
- एडवांसेज़ इन माइक्रोइकॉनॉमिक थ्योरी
- एडवांसेज़ इन मैक्रोइकॉनॉमिक थ्योरी
- बिज़नेस एंड डेवलपमेंट डायनामिक्स
एमफिल क्या है जानने के साथ-साथ यह जानना भी आवश्यक है कि इसमें कितने कोर्सेज होते हैं, जो नीचे दिए गए हैं-
हयूमैनिटिज़ में एमफिल कोर्सेज
- M.Phil History
- M.Phil English
- M.Phil in Political Science
- M.Phil Economics
- M.Phil Geography
- M.Phil Hindi
- M.Phil Linguistic
- M.Phil Sociology
- M.Phil Public Administration
- M.Phil Social Work
- M.Phil in Humanities and Social Science
साइंस में एमफिल कोर्सेज
- MPhil in Chemistry
- M Phil in Physics
- M.Phil in Botany
- M.Phil in Biotechnology
- M.Phil life Science
- M.Phil in Computer Science
- M.Phil Mathematical Science
- M.Phil Zoology
- M.Phil Biology
- M.Phil in Clinical Psychology
अन्य क्षेत्र में एमफिल
- M Phil in Commerce
- M Phil in Law
- M Phil in Education
आप AI Course Finder की मदद से अपनी प्रोफाइल के अनुसार सही यूनिवर्सिटी और अपनी पसंद का कोर्स चुन सकते हैं।
मफिल क्या है जानने के साथ-साथ यह जानना भी आवश्यक है कि इस कोर्स को प्रदान करने वाली दुनिया की टॉप यूनिवर्सिटीज कौन सी हैं, उनके नाम इस प्रकार हैं:
- न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी (NYU)
- रटगर्स यूनिवर्सिटी-न्यू ब्रंसविक
- पिट्सबर्ग यूनिवर्सिटी
- ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी
- ऑस्ट्रेलियन स्टेट यूनिवर्सिटी
- लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स एंड पॉलिटिकल साइंस (एलएसई)
- कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी
- हार्वर्ड यूनिवर्सिटी
- किंग्स कॉलेज लंदन
- प्रिंसटन यूनिवर्सिटी
- ग्रीनविच यूनिवर्सिटी
- हुल यूनिवर्सिटी
- सिडनी यूनिवर्सिटी
- मेलबर्न यूनिवर्सिटी
- मर्डोक यूनिवर्सिटी
- लिंकन यूनिवर्सिटी
- वाइकाटो यूनिवर्सिटी
- बोर्नमाउथ यूनिवर्सिटी
आप UniConnect के जरिए विश्व के पहले और सबसे बड़े ऑनलाइन विश्वविद्यालय मेले का हिस्सा बनने का मौका पा सकते हैं, जहाँ आप अपनी पसंद के विश्वविद्यालय के प्रतिनिधि से सीधा संपर्क कर सकेंगे।
एमफिल क्या है जानने के साथ-साथ यह जानना भी आवश्यक है कि इस कोर्स को प्रदान करने वाली भारत की टॉप यूनिवर्सिटीज कौन सी हैं, उनके नाम इस प्रकार हैं:
- क्राइस्ट यूनिवर्सिटी, बैंगलोर
- जीजीएसआईपीयू दिल्ली – गुरु गोबिंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय
- श्री गुरु गोबिंद सिंह त्रिशताब्दी विश्वविद्यालय, गुड़गांव
- अन्नामलाई विश्वविद्यालय, अन्नामलाई नगर
- गुजरात फॉरेंसिक साइंसेज यूनिवर्सिटी, गांधीनगर
- TISS मुंबई – टाटा सामाजिक विज्ञान संस्थान
- निम्स विश्वविद्यालय, जयपुर
- जैन विश्वविद्यालय, बैंगलोर
- उत्कल विश्वविद्यालय, भुवनेश्वर
- आईआईटी हैदराबाद
एमफिल क्या है जानने के साथ-साथ यह जानना भी आवश्यक है कि इस कोर्स को प्रदान करने के लिए योग्यता क्या-क्या होनी चाहिए, जो नीचे मौजूद है-
- किसी भी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 10+2 (कोई भी स्ट्रीम) से उत्तीर्ण करना अनिवार्य है।
- कैंडिट ने किसी भी मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी से बैचलर्स की डिग्री प्राप्त की हो।
- MPhil करने के लिए किसी भी मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी से मास्टर्स (55% अंक) पूरी करने की ज़रूरत होती है।
- आरक्षित श्रेणी के लिए 5% की छूट होती है।
- NET, SET या GATE जैसे परीक्षा निकालना करने पर भी न्यूनतम सेट संख्या में कुछ छूट मिल जाती है।
- MPhil करने के लिए कोई उम्र सीमा नहीं है।
- कभी-कभी न्यूनतम GPA की आवश्यकता होती है।
- इंग्लिश लैंग्वेज प्रोफिशिएंसी टेस्ट जैसे : IELTS / TOEFL / PTE के स्कोर
- किसी यूनिवर्सिटी में बैचलर्स के लिए SAT / ACT की मांग भी की जा सकती है।
- मास्टर्स के लिए GRE व मैनेजमेंट कोर्स के लिए GMAT स्कोर की मांग भी की जा सकती है।
- कुछ यूनिवर्सिटीज छात्रों से संबंधित क्षेत्र में पिछले कार्य अनुभव की मांग करती हैं।
क्या आप IELTS / TOEFL / SAT / GRE में अच्छे अंक प्राप्त करना चाहते हैं? आज ही इन एक्साम्स की बेहतरीन तैयारी के लिए Leverage Live पर रजिस्टर करें और अच्छे अंक प्राप्त करें।
विदेश के विश्वविद्यालयों में प्रवेश के लिए आवेदन प्रक्रिया इस प्रकार है–
- आपकी आवेदन प्रक्रिया का फर्स्ट स्टेप सही कोर्स चुनना है, जिसके लिए आप AI Course Finder की सहायता लेकर अपने पसंदीदा कोर्सेज को शॉर्टलिस्ट कर सकते हैं।
- एक्सपर्ट्स से कॉन्टैक्ट के पश्चात वे कॉमन डैशबोर्ड प्लेटफॉर्म के माध्यम से कई विश्वविद्यालयों की आपकी आवेदन प्रक्रिया शुरू करेंगे।
- अगला कदम अपने सभी दस्तावेजों जैसे SOP , निबंध (essay), सर्टिफिकेट्स और LOR और आवश्यक टेस्ट स्कोर जैसे IELTS , TOEFL , SAT , ACT आदि को इकट्ठा करना और सुव्यवस्थित करना है।
- यदि आपने अभी तक अपनी IELTS , TOEFL , PTE , GMAT , GRE आदि परीक्षा के लिए तैयारी नहीं की है, जो निश्चित रूप से विदेश में अध्ययन करने का एक महत्वपूर्ण कारक है, तो आप Leverage Live कक्षाओं में शामिल हो सकते हैं। ये कक्षाएं आपको अपने टेस्ट में उच्च स्कोर प्राप्त करने का एक महत्त्वपूर्ण कारक साबित हो सकती हैं।
- आपका एप्लीकेशन और सभी आवश्यक दस्तावेज जमा करने के बाद, एक्सपर्ट्स आवास, छात्र वीज़ा और छात्रवृत्ति / छात्र लोन के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू करेंगे ।
- अब आपके प्रस्ताव पत्र की प्रतीक्षा करने का समय है जिसमें लगभग 4-6 सप्ताह या उससे अधिक समय लग सकता है। ऑफर लेटर आने के बाद उसे स्वीकार करके आवश्यक सेमेस्टर शुल्क का भुगतान करना आपकी आवेदन प्रक्रिया का अंतिम चरण है।
भारत के विश्वविद्यालयों में आवेदन प्रक्रिया, इस प्रकार है–
- सबसे पहले अपनी चुनी हुई यूनिवर्सिटी की ऑफिशियल वेबसाइट में जाकर रजिस्ट्रेशन करें।
- यूनिवर्सिटी की वेबसाइट में रजिस्ट्रेशन के बाद आपको एक यूजर नेम और पासवर्ड प्राप्त होगा।
- फिर वेबसाइट में साइन इन के बाद अपने चुने हुए कोर्स का चयन करें जिसे आप करना चाहते हैं।
- अब शैक्षिक योग्यता, वर्ग आदि के साथ आवेदन फॉर्म भरें।
- इसके बाद आवेदन फॉर्म जमा करें और आवश्यक आवेदन शुल्क का भुगतान करें।
- यदि एडमिशन, प्रवेश परीक्षा पर आधारित है तो पहले प्रवेश परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन करें और फिर रिजल्ट के बाद काउंसलिंग की प्रतीक्षा करें। प्रवेश परीक्षा के अंको के आधार पर आपका चयन किया जाएगा और लिस्ट जारी की जाएगी।
कुछ जरूरी दस्तावेजों की लिस्ट नीचे दी गई हैं–
- आधिकारिक शैक्षणिक ट्रांसक्रिप्ट
- स्कैन किए हुए पासपोर्ट की कॉपी
- IELTS या TOEFL , आवश्यक टेस्ट स्कोर
- प्रोफेशनल/एकेडमिक LORs
- निबंध (यदि आवश्यक हो)
- पोर्टफोलियो (यदि आवश्यक हो)
- अपडेट किया गया सीवी/रिज्यूमे
- एक पासपोर्ट और छात्र वीज़ा
हम आपकी आकर्षक SOP और LOR बनाने में भी मदद करते हैं, ताकि आपकी एप्लीकेशन बिना किसी परेशानी के जल्दी सेलेक्ट कर ली जाए ।
एमफिल क्या है जानने के बाद यह जानिए कि भारत में आयोजित होने वाली प्रवेश परीक्षाएं कौन सी हैं-
JNUEE | जून 2022 |
CUCET | मई के तीसरे हफ्ते 2022 |
GATE | 5, 6, 12 और 13 फ़रवरी 2022 |
UGC NET | जून के पहले हफ्ते 2022 |
BHU RET | 11 अप्रैल 2022 |
MPhil kya hai जानने के बाद बेस्ट किताबों की टेबल नीचे दी गई है-
Mathematical Analysis – TM Apostol | |
Introduction to graph theory – Douglas B West | |
Classical mechanics – Goldstein, Poole, and Safko | |
Essentials of abnormal psychology- V Mark | |
Test, measurements, and research methods in behavioral science – AK Singh | |
Language testing and evaluation – Desmond Allison | |
A history of English language teaching – Anthony Howard |
किसी भी उप-क्षेत्र में मास्टर ऑफ फिलॉसफी का अध्ययन करते हुए, आप सार्वजनिक और निजी दोनों क्षेत्रों में अवसरों की अधिकता की खोज कर सकते हैं। हालांकि कई उम्मीदवार अकादमिक क्षेत्र में प्रवेश करने या डॉक्टरेट की डिग्री के लिए खुद को तैयार करने के लिए एम.फिल का अनुसरण करते हैं, लेकिन इसके कई लाभ हैं जिनका आप लाभ उठा सकते हैं। मुख्य रूप से, सबसे प्रमुख क्षेत्र जो आप एमफिल के साथ खुद को स्थापित कर सकते हैं, वह है शोध में करियर । इसके अलावा, जिस क्षेत्र में आपने यह डिग्री पूरी की है, उसके आधार पर संभावनाएं भिन्न हो सकती हैं। यहां उन रोजगार क्षेत्रों की सूची दी गई है जिन्हें आप एमफिल डिग्री के साथ चुन सकते हैं:
- रिसर्च एंड डेवलपमेंट इंस्टिट्यूट
- अकादमिक इंस्टिटूशन
- पब्लिशिंग हाउसेस
- मैगज़ीन्स और न्यूज़ पेपर
- पॉलिसी एनालिसिस
- पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन
Payscale के अनुसार एमफिल करने के बाद अमेरिका में औसत वार्षिक वेतन USD 30,000 (INR 22.50 लाख) और यूके में GBP 17,700 (INR 17.70 लाख) होती है। एमफिल करने के बाद भारत में जॉब प्रोफाइल्स और सैलरी इस प्रकार हैं:
सिविल सर्वेंट | 8.5-9 लाख |
इकोनॉमिस्ट | 7.7-8.3 लाख |
एनजीओ कर्मचारी | 3.5-4 लाख |
अकादमीक रिसर्चर | 6.8-7.2 लाख |
6.0-6.5 लाख |
एमफिल एक पोस्ट ग्रेजुएशन का कोर्स है। इसलिए इस कोर्स को करने के लिए आपको सबसे पहले किसी मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी या कॉलेज से उस विषय में ग्रेजुएशन करना होगा जिस विषय में एमफिल करना चाहते हैं और आपको अपनी ग्रेजुएशन की डिग्री कम से कम 55% अंकों के साथ लेनी होती है।
पीएचडी करने के बाद लगभग 6,00,000 से 12,00,000 रुपए प्रति साल सैलरी हो सकती हैं। सैलरी इस बात पर निर्भर करता है की आपने किस विषय में पीएचडी किया है। शिक्षा के क्षेत्र पीएचडी छात्रों द्वारा प्राप्त की जा सकने वाली डिग्री का सबसे ऊंचा स्तर होता है।
पीएचडी में सिर्फ एक ही विषय पर पढ़ाई की जाती है, जिसमें आप पीएचडी कर रहें हैं। तो इस कारण से आपको उस एक विषय में संपूर्ण ज्ञान मिल जाता है। यानी कि आप उस विषय के विशेषज्ञ कहलाएंगे। इस कोर्स को करने के लिए आपको मास्टर डिग्री पास करनी जरूरी है।
मास्टर ऑफ़ फिलॉसफी (MPhil) 2 वर्ष पोस्टग्रेजुएट अकादमिक रिसर्च कोर्स है। हयूमैनिटिज़, कॉमर्स, साइंस, लॉ, शिक्षण आदि किसी भी स्ट्रीम के कैंडिडेट्स एमफिल कर सकते हैं। एमफिल कोर्सेज में, कैंडिडेट्स को थ्योरी के साथ-साथ प्रैक्टिकल सब्जेक्ट्स की भी पढ़ाई करने की आवश्यकता होती है। वहीं कैंडिडेट्स को रिसर्च करने और अपने रिसर्च खोजें प्रस्तुत करने की भी आवश्यकता है।
आशा करते हैं कि आपको MPhil kya hai इसकी पूरी जानकारी इस ब्लॉग में मिल गयी होगी। यदि आप विदेश में एमफिल करना चाहते हैं तो आज ही हमारे Leverage Edu एक्सपर्ट्स को 1800572000 पर कॉल करें और 30 मिनट का फ्री सेशन बुक करें।
Team Leverage Edu
प्रातिक्रिया दे जवाब रद्द करें
अगली बार जब मैं टिप्पणी करूँ, तो इस ब्राउज़र में मेरा नाम, ईमेल और वेबसाइट सहेजें।
Contact no. *
How to prepare Oxford University
ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी विश्व की प्रसिद्ध यूनिवर्सिटी में से एक है, यहां का एप्लीकेशन प्रोसेस थोड़ा जटिल है इसलिए आपको आपकी प्रोफाइल पर ज्यादा ध्यान देना पड़ेगा। यदि आप ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में एडमिशन लेना चाहते हैं तो हमारे Leverage Edu एक्सपर्ट्स को 1800 572 000 पर कॉल करके 30 मिनट का फ्री सेशन बुक करें।
How to prepare for Oxford University
आशा जी, ऑक्सफ़ोर्ड यूनिवर्सिटी के लिए तैयारी करने के लिए आप Leverage Edu एक्सपर्ट्स से 1800 57 2000 पर संपर्क करें।
M.phil kese kare other Country se
आशा जी, दूसरे देशों से MPhil करने के लिए आप Leverage Edu एक्सपर्ट्स से 1800 57 2000 पर संपर्क करें।
Scholarship see Oxford University se m.phil kese kre
आशा जी, आप ऑक्सफ़ोर्ड यूनिवर्सिटी से MPhil स्कॉलरशिप लेने के लिए Leverage Edu एक्सपर्ट्स से 1800 57 2000 पर संपर्क करें।
Leaving already?
8 Universities with higher ROI than IITs and IIMs
Grab this one-time opportunity to download this ebook
Connect With Us
45,000+ students realised their study abroad dream with us. take the first step today..
Resend OTP in
Need help with?
Study abroad.
UK, Canada, US & More
IELTS, GRE, GMAT & More
Scholarship, Loans & Forex
Country Preference
New Zealand
Which English test are you planning to take?
Which academic test are you planning to take.
Not Sure yet
When are you planning to take the exam?
Already booked my exam slot
Within 2 Months
Want to learn about the test
Which Degree do you wish to pursue?
When do you want to start studying abroad.
September 2024
January 2025
What is your budget to study abroad?
How would you describe this article ?
Please rate this article
We would like to hear more.
IMAGES
VIDEO
COMMENTS
PHD का पूरा नाम है Doctor of Philosophy कोर्स है, जो शिक्षण शैली में महानता प्राप्त करने का माध्यम है. यह कोर्स में विशेष गुण निहित होता है और किसी विशेष विषय में ...
PhD Kya Hai: अपने जीवन में सफ़ल होना हर किसी का सपना होता है। हर कोई यही चाहता है कि उसे एक अच्छी और ईमानदारी वाली जॉब मिले।
PhD kaise kare: जानिए स्टेप बाय स्टेप गाइड
PhD का मतलब होता है " Doctor of Philosophy " या "Philosophiae Doctor" और यह एक higher education degree होती है जो किसी विशेष विषय में leading education और research की प्रक्रिया का हिस्सा होता है। PhD. की अवधि कम से कम 3 ...
पैरामेडिकल में PhD करने के लिए आपके पास सम्बंधित विषय में मास्टर डिग्री होनी आवश्यक है। ... (5 September Ka Itihas) - 1962 में आज ही के दिन 'गुरु को सम्मान ...
पीएचडी (PhD) या डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी एक विशिष्ट विषय के बारे में उन्नत शोध से संबंधित डिग्री है। यह पठ्यक्रम 3 फॉर्म में उपलब्ध है और किसी भी कॉलेज या ...
PHD Full Form in Hindi. PHD Full Form. PHD Kaise Kare. ... आज के इस हिंदी लेख में हम PHD Kya hai ... PHD Kitne Saal Ka hota Hai. PHD Kitne Saal Ka hota Hai: पीएचडी कोर्स का समय 3 साल का होता है! लेकिन आप चाहो तो 5 से 6 ...
PhD क्या है, कैसे करे, क्या होता है, कितने में लगता है, कि क्या करना है, कि क्या काम है, कि क्या पैसा मिलता है, कि क्या क
यहां आपको MSc कोर्स पूरा करने के बाद PhD करने के लिए क्या आवश्यक है, क्या पैसा है, क्या प्रक्रिया है, क्या समय है, क्या प्राप्त है, क्
Ph.D Kya Hota Hai? PhD एक उच्च स्तर की डिग्री कोर्स है जिसमें आपको किसी एक विषय में संपूर्ण ज्ञान दिया जाता है यानी आप उस विषय में गहन अध्ययन करते ...
PhD Kya hai | PhD kya hota hai in hindi | PhD kaise kare in hindi | PhD course details [ hindi ]What is PhD with Full Information? - [Hindi] - इस विडियो में ...
दोस्तों इस आर्टिकल में आपने पढ़ा PhD kya hai kaise kare. हमने आपको इस विषय से जुड़े हर पलू के बारे में बताया जैसे PhD की eligibility, admission process, fees, duration, career after PhD, job & salary ...
PHD kaise kare in hindi | PHD kya hai | what is PHD in hindi | PHD Full details in hindiStudents wants to know about PHD full form to everything about PHD in...
PhD Kya hai PhD kya hota hai in hindi PhD kaise kare in hindi PhD full details in hindi Ph.D course details PhD full information in hindi what is PhD in ...
Space ka Hindi mein kya matlab hota hai // #shorts #vtuber #4x
दोस्तों phd full Form, phd kya hai?, phd kitne saal ka hota hai?, और पीएचडी करने के क्या फायदे होते हैं?
Political science me PhD kaise kare इस बात को जानने से पहले हमें यह जानना चाहिए कि हमें यह क्यों करना चाहिए। पॉलिटिकल साइंस में पीएचडी करने का अर्थ ...
What is PhD in Hindi - Doctor of Philosophy Kya Hai?#PhD_Kya_hai #PhD_kaise_kareDownload Our App on Play Store for Complete Support : https://play.google.co...
Aspirant meaning in Hindi | Aspirant ka kya matlab hota hai | online spoken English इस वीडियो में आप Aspirant का मतलब हिंदी में ...
MBBS, MD, FRCOG, PHD. Years of experience: 25+ Number of cycles: Book an Appointment View Profile . Koramangala and Kalyan Nagar. Dr. Kavya D Sharma. MBBS, MS, OBG, MRCOG-1 (Fellowship in Reproductive Medicine) Years of experience: 11+ Number of cycles: 500+ Book an Appointment View Profile . Kolar, Karnataka. Dr. Naga Jyothi S.
यह भी पढ़ें : क्या होती है PhD लोक प्रशासन? एमफिल के प्रकार. M Phil kya hai जानने के साथ-साथ इसके प्रकार जानना भी आवश्यक है, जो नीचे दिए गए हैं-
Cotton meaning in Hindi | Cotton ka kya matlab hota hai | daily use English wordsइस वीडियो में आप Cotton का हिंदी में मतलब ...
Toughness meaning in Hindi | Toughness ka kya matlab hota hai | Daily Use English SentencesAbout this Video:This video is about the English Word '' Toughness...
Welcome friends, in this video you will understand Inevitable Meaning In Hindi | Inevitable Ka Matlab Kya Hota Hai ? Not only this, I will teach you the mean...
@shabdSevBeat Meaning in Hindi | Beat Word Ka Matlab kya Hota hai | English to Hindi dictionaryIn this video, we explore the meaning of the 100 unique and po...
Financially meaning in Hindi | Financially ka matlab kya hota haiइस वीडियो में आप Financially का हिंदी में मतलब समझेंगे और ...
PhD meaning in Hindi | PhD ka matlab kya hota hai | PhD full form हर रोज़ इस्तेमाल होने वाले 11000+ English Words को आसानी से ...